झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के निजी सचिव के रूप में सन् 2000 से योगदान दे रहे मनींद्र कुमार चौधरी का आज टाटा मेन हॉस्पिटल (TMH) में लगभग 3 बजे निधन हो गया, परिवार से मिली जानकारी के अनुसार ब्रेन स्ट्रोक होने पर प्रातः 3.30 बजे टीएमएच लाया गया था, स्थिति नाजुक होने के बाद भी सीसीयू में बेड उपबल्ध नही होने के कारण लाइफ सपोर्ट के सहारे रखा गया था, दबाव पड़ने पर सुबह 7.45 मिनट में एचडीयू में उनको शिफ्ट किया गया, डॉक्टरों की टीम ने जांच पड़ताल कर उनको अपनी निगरानी में देख भाल शुरू किया लेकिन इलाज के क्रम में दोपहर 1 से 2 के बीच में दो बार हार्ट अटैक हो जाने से स्थिति और नाजुक हो गई, डॉक्टर्स की टीम ने उसके पश्चात परिवार के सभी लोगो को बुला कर मुलाकात के लिए कह दिया और दोपहर लगभग 3 बजे के आस-पास वे इस दुनिया को अलविदा कर गए। बताते चले की मनींद्र कुमार चौधरी अपने समय के वरिष्ठ पत्रकार रहे चुके है, रघुवर दास से मित्रता होने के चलते जब रघुवर दास दूसरी बार 2000 में विधायक बने तब उन्हे अपने जमशेदपुर कार्यलय में निजी सचिव के रूप में पदस्थापित किए और तब से आज तक रघुवर दास जी के विभिन्न पदों पर रहते हुए वे जमशेदपुर कार्यलय का सारा कार्य खुद देखा करते थे और जनता व कार्यकर्ताओं से जुड़ी समस्याओं का निदान रघुवर दास की आवाज बन कर करते थे। ओडिशा के राज्यपाल को जानकारी होने के पश्चात उन्होंने एयरलिफ्ट (एयर एंबुलेंस) से भुवनेश्वर ले जाने की तैयारी करवा दी थी लेकिन डॉक्टर ने स्थिति नाजुक बता कर शिफ्ट करने के लिए मना कर दिया। ओडिशा के महामहिम राज्यपाल रघुवर दास ने कहा की 20 वर्षो के अधिक समय से सहयोगी के भूमिका में रहे मनींद्र कुमार चौधरी का चला जाना उनके लिए अपूरणीय क्षति है, उन्होंने परिवार के लोगो से दूरभाष पर बात कर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है, मनींद्र चौधरी के परिजनों ने बताया की कल दिन में उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। अपने पीछे पत्नी, दो बेटा और एक बेटी का परिवार छोड़ गए है, परिवार अभी देवनगर बाराद्वारी में निवास करते है।
उनका जाना सभी के लिए दुखदायी है :दिनेश कुमार
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के लिए लगभग ढाई दशकों तक बतौर निजी सचिव योगदान देने वाले मनींद्र कुमार चौधरी के निधन की अप्रिय समाचार मिली है। आज सुबह मस्तिष्क आघात होने पर उन्हें टाटा मुख्य अस्पताल में दाखिल कराया गया था। इलाज के क्रम में ही उन्हें हृदय आघात हुआ, जिसके पश्चात चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया; इस स्ताब्धकारी समाचार से समूचे भाजपा परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी! चौधरी जी बहुत ही सहयोगात्मक व्यक्ति थे, उनका जाना सभी के लिए दुखदायी है।