पूर्वी सिंहभूम जिला में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 10 फरवरी से सन्चालित किया जा रहा। इस अभियान के तहत आज घर घर जाकर दवा खिलाई गयी। उक्त अवसर पर जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने सपरिवार फाइलेरिया की दवा का सेवन किया। वहीं उप विकास आयुक्त मनीष कुमार ने कस्तूबा गांधी विद्यालय जुगसलाई में फाइलेरिया की दवा का सेवन कर छात्राओं को दवा खाने के लिए प्रेरित किया।इस अभियान के तहत 10 फरवरी से 25 फरवरी तक जिले के सभी प्रखंडों में स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की दवा वितरित की जा रही। 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और गंभीर रोग से पीड़ित लोग इस दवा का सेवन नहीं करेंगे। उपायुक्त ने दवा का सेवन करते हुए कहा कि समस्त जिलेवासी अपनी स्वास्थय सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इस अभियान में भाग लें और फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करें। उन्होंने कहा कि जिले की कुल आबादी का 85 फीसदी लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। आंगनबाड़ी सेविका और स्वास्थ्य विभाग के सहिया के देखरेख में यह कार्यक्रम किया जा रहा।जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने कहा कि एम.डी.ए के तहत दिए जाने वाले अल्बेंडाजोल का सेवन भी काफी जरूरी है। इससे कुपोषण की समस्या पर रोक लगाई जा सकती है। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम जिला अंतर्गत बहरागोड़ा एवं चाकुलिया को छोड़कर सभी सीएचसी एवं शहरी क्षेत्र में किया जा रहा है जिसमें डीईसी एवं एल्वेंडाजोल की दवा खानी है जो की 19,16,064 लोगों को खिलाना लक्षित है। बताते चले की इस अभियान के तहत कूल 3,93,663 लोगों ने दवा का सेवन किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला अंतर्गत 4339 दवा प्रशासक एवं 254 सुपरवाइजर को प्रशिक्षित किया गया है।