रांची। आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के परपोता मंगल मुंडा की असमय हुई मौत पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए अपनी प्रतिक्रिया में कही l
इन्होंने य़ह भी कहा कि धरती आबा के के परपोता मंगल मुंडा दिनाँक 25 नवंबर सोमवार की रात 10 बजे से मंगलवार की सुबह 08 बजे तक रिम्स के बाहर एम्बुलेंस पर ही तड़पते रहे लेकिन उन्हें भर्ती नहीं किया जाना जांच का विषय है कि किस परस्थितियों में समुचित इलाज के अभाव में एम्बुलेंस में ही तड़पता और कराहता रहा l
जबकि भर्ती कराने हेतु उनके भाई जंगल सिंह मुंडा ने पर्ची भी कटाया उसके बावजूद बेड नही खाली होने का बहाना बना कर उन्हे जबरदस्ती एम्बुलेंस के पार्किंग पार्क मे रात भर रहने को विवश किया जाना झारखंडी एंव बिरसा मुण्डा के समर्थको को झकझोड़ने का कार्य किया है जो बर्दाश्त करने लायक नही है जिसकी कडे शब्दो मे इसकी निन्दा मंच करता है ।
विजय शंकर नायक ने आगे कहा है कि इस घटना की जांच अविलंब झारखण्ड के मुख्य सचिव, स्वास्थ सचिव, रांची उपायुक्त के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय कमिटि का गठन कर दोषी डॉक्टरों पर कारवाई किया जाय और उनके लाइसेंस को रद्द किया जाय l
ये बहुत ही शर्म का विषय है कि राज्य के अबुवा सरकार मे अबुवा दिशुम अबुआ राज के नारा को बुलन्द करने वाले महान स्वतंत्रता अमर सेनानी बिरसा मुण्डा के परपोता की इलाज मे कोताही बरतने से असमय मृत होना राज्य वासीयो के लिए काफी आक्रोश का विषय है जिसकी जांच होनी ही चाहिए और दोषी डाक्टरो को सजा मिलनी ही चाहिए नही तो उनकी आत्मा एंव बिरसा भगवान की आत्मा को शांति नही मिलेगी ।
अगर सच्ची श्रदांजलि देनी है तो दोषी डाक्टरो को बर्खास्त कर उनके लाइसेंस रद्द करना होगा ।