संतकबीरनगर। मुख्य विकास अधिकारी जयकेश त्रिपाठी की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी एवं किसान दिवस का आयोजन विकास भवन परिसर के डीपीआरसी हाॅल में किया गया।
उप निदेशक कृषि द्वारा बताया गया कि जनपद में मुख्य फसल धान है जिसका अच्छादन 92609 हेक्टेयर है। दलहन 4175 हेक्टेयर एवं तिलहन अंतर्गत 1592 हैकटेयर मूंगफली बोई गई है। जनपद में यूरिया, डीएपी, एम ओ पी की पर्याप्त उपलब्धता है। सहकारी समिति में एवं निजी प्रतिष्ठानों पर नियमित रूप से आपूर्ति किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जनपद में वर्तमान में कुल 705 सोलर इरिगेशन पंप के लक्ष्य प्राप्त है जिसकी बुकिंग वर्तमान में जारी है। इसी प्रकार इन सीटू क्रॉप रेसिड्यू मैनेजमेंट यंत्रीकरण योजना अंतर्गत जनपद में कृषि यंत्रों की बुकिंग जारी है। अब तक जनपद में कुल 1162 सोलर पंप वितरित किए जा चुके हैं जिनका योगदान डीजल एवं विद्युत ऊर्जा के बचत में होने के साथ-साथ सुगमता पूर्ण सिंचाई जल उपलब्ध कराने में है। इसी प्रकार गत 6 वर्षों में कुल 2050 उन्नत कृषि यंत्र जिसमें जुताई मडाई, कटाई एवं फसल सुरक्षा के यंत्र वितरित किए गए हैं जिसके द्वारा किसान समय से खेत में बुवाई, धान की रोपाई करने में सक्षम हुए हैं एवं बढ़ती हुई श्रम मजदूरी की समस्या का समाधान हुआ है। जनपद में कुल दो कृषि रसायन छिड़काव हेतु ड्रोन उपलब्ध है, जिनका संचालन सहकारिता विभाग द्वारा ड्रोन दीदी के माध्यम से किया जा रहा है। इनके प्रदर्शन मुख्य रूप से कृषि विभाग के सभी फसल प्रदर्शनों में किया जाएगा। किसान इसमें शामिल होकर इसकी उपयोगिता की जानकारी प्राप्त करेंगे। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा वर्तमान में अनुदान पर उपलब्ध सब्जियों के बीज, उन्नतशील कृषि यंत्र, सिंचाई हेतु ड्रिप एवं स्प्रिंकलर पर अनुदान, पाली हाउस, संरक्षण हाउस के संबंध में जानकारी दी।
इसी प्रकार मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा वर्तमान में पशुओं के टीकाकरण अभियान की जानकारी उपलब्ध कराई गई। भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा वर्तमान में चल रहे भूजल सप्ताह में अंतर्गत जल संरक्षण के तरीकों से अवगत कराया एवं बताया गया कि किसान एवं नागरिक अपने घर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनवाए, जिससे जल का संरक्षण होगा। किसान खेत में रासायनिक खाद के स्थान पर जैविक खाद को प्राथमिकता दें जिससे मृदा में जल धारण की क्षमता बढ़ती है। कृषि विज्ञान केंद्र से आए अध्यक्ष डॉ अरविंद सिंह द्वारा समसामयिक कृषि कार्यों गन्ने, उर्दू, मूंग, अरहर की उन्नत प्रजातियों के संबंध में अवगत कराया गया। प्रगतिशील किसान सुरेंद्र राय द्वारा अपने खेत में किए जा रहे जैविक कृषि कार्य जिसमें छप्पन कद्दू, ड्रैगन फ्रूट की खेती, स्ट्राबेरी की खेती, सूरजमुखी की खेती सोलर बाड़मेरघेर लगाकर किए जाने की सफलता की कहानी बताई गई। इसी प्रकार राम बहादुर मिश्र निदेशक आयुष रतन फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा अपने एफपीओ के किसानों के माध्यम से जैविक कृषि श्री अन्न की खेती, जैविक सरसों एवं सरसों तेल की बॉटलिंग प्लांट व उसकी बिक्री की सफलता की कहानी बताई गई।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया की किसान दिवस में प्राप्त शिकायतों का समय से निस्तारण किया जाए किसानों को समय से बीज उर्वरक कीटनाशक उपलब्ध हो ट्यूबवेल एवं नलकूपों का संचालन समय से हो अनुदान पर वितरित किए जाने वाले कृषि यंत्र का निर्माण अनुसार वितरण किया जाए प्रधानमंत्री किसान योजना अंतर्गत जिन किसानों की ई केवाईसी आधार सीडिंग वेट सेटिंग लंबित है वह अपना नजदीकी जन सुविधा केंद्र विकासखंड पर उपस्थित बीज गोदाम एवं कृषि विभाग से संपर्क कर तत्काल समाधान कर ले जिन किसानों का ई-केवाईसी नहीं है उनकी अगली किस्त नहीं जाएगी इसी प्रकार वर्तमान में चल रहे फार्मर रजिस्ट्री अभियान में किसान निर्धारित कैंप में अपना पंजीकरण कराये एवं अपनी भूमि का संकलन राजस्व टीम के माध्यम से अवश्य कर लें।
इस अवसर पर उप निदेशक कृषि डॉ राकेश कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 यशपाल सिंह, प्रगतिशील किसान सुरेंद्र राय सहित संबंधित अधिकारी एवं कृषकगण आदि उपस्थित रहे।