गोंडा में लम्बे अरसे से तैनात डीएम नेहा शर्मा का तबादला,प्रियंका निरंजन को मिली जिम्मेदारी

2013 बैच की आईएएस अफसर है प्रियंका निरंजन, पीएम व सीएम भी कर चुके हैं तारीफ

गोंडा। उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर तबादला एक्सप्रेस चलाई और कई आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए हैं। गोण्डा में लम्बे अरसे से डीएम के पद पर तैनात रहीं नेहा शर्मा का तबादला कर दिया गया है और अब उनकी जगह पर 2013 बैच की आईएएस अफसर प्रियंका निरंजन को गोंडा की नई कलेक्टर बनाकर भेजा गया है। इससे पूर्व वह मिर्जापुर में डीएम के पद पर आसीन थीं,वहीं नेहा शर्मा को गोण्डा जिले से हटाकर प्रभारी महानिरीक्षक निबंधन बनाया गया है। बता दें कि प्रियंका निरंजन उत्तर प्रदेश कैडर की 2013 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। गोंडा की जिलाधिकारी बनने से पहले वह मिर्जापुर जिले की डीएम थीं। अपने पूर्व कार्यकाल में वह जालौन की डीएम, लखनऊ सरकार में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की विशेष सचिव और मिर्जापुर की मुख्य विकास अधिकारी रह चुकी हैं।

उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा जालौन से पूरी की है। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसी विश्वविद्यालय से उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शोध छात्रा प्रियंका निरंजन ने 2012 की सिविल सेवा परीक्षा में 20वां स्थान प्राप्त किया था। बताया जाता है कि डीएम प्रियंका निरंजन अपनी पहली पोस्टिंग की शुरुआत से ही जनता के बीच अच्छा काम करती आ रही है।

जब वे जनपद मुज़फ्फरनगर में पोस्ट थी तो उन्होंने अपनी बेटी को सरकारी चिकित्सालय में जन्म देकर जनता को संदेश देने का काम किया था कि सरकारी अस्पताल में भी बेहतर सुविधाएं है। जनपद मिर्ज़ापुर में ही इस अफसर ने विश्व हाथ धुलाओ दिवस पर प्राथमिक विद्यालय में पहुंचकर निरीक्षण करने के पश्चात विद्यालय के बच्चो के बीच बैठकर खाना खाया और बच्चों को हाथ धोने से होने वाले फायदों के बारे में बताया। प्रियंका निरंजन का जन्म उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 1 अक्टूबर 1984 को हुआ।

उनके पिता पीडब्ल्यूडी में कॉन्ट्रक्टर है और ये झांसी की मरौठा तहसील के मूल निवासी है और उनकी माता हाउसवाइफ है। प्रियंका निरंजन के 2 बहन और एक छोटा भाई है। एक बहन ने बी.टेक किया व दूसरी बहन ने एमएससी की हुई है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा जनपद जालौन व झांसी से हुई और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री तथा अर्थशास्त्र से मास्टर और आर्ट की डिग्री भी प्राप्त की है। इन्होंने 2008 से सिविल परीक्षा की तैयारी शुरू की और अपने छ्ठे प्रयास में सिविल सर्विस क्वालीफाई कर 2013 बैच की आईएएस अफसर बन गई।

इनकी ट्रेनिंग 26 नवम्बर 2015 तक मसूरी में हुई उसके बाद शासन ने इन्हे 27 नवम्बर 2015 को जनपद मुज़फ्फरनगर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात किया था। मुज़फ्फरनगर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर रहते हुए आईएएस प्रियंका निरंजन ने राजकीय जिला चिकित्सालय में बेटी को जन्म देकर मिसाल कायम की। इस आईएएस अधिकारी ने अपनी बेटी को सरकारी चिकित्सालय में जन्म देकर जनता में जागृति पैदा की, अन्यथा लोग मानते है कि सरकारी अस्पतालों में केवल गरीब ही इलाज कराते हैं, इन्होंने सुख सुविधा से संपन्न होते हुए भी पहले ही सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म देने का फैसला कर लिया था।

एक घंटे चले ऑपरेशन के बाद आईएएस प्रियंका निरंजन ने बेटी को जन्म दिया था। जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. अमिता गर्ग ने खुद ऑपरेशन कर महिला आईएएस अधिकारी का प्रसव कराया था। प्रियंका निरंजन डीएम जालौन रहते हुए गरीब परिवारों के बच्चो को नि:शुल्क कोचिंग की व्यस्था कराई,उनके प्रयासों से 2022 के विधान सभा के चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ा तथा वहां की नून नदी को पुनर्जीवित किया तथा लगभग 700 स्कूलों की बाउंड्री बनवाई।

मिर्जापुर में सीडीओ रहते हुए वहां की कर्णावती नदी को भी पुनर्जीवित करने का भी कार्य किया है। जल संरक्षण हेतु इनके योगदान पर राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित की जा चुकी है। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ भी 2013 बैच की आईएएस अधिकारी प्रियंका निरंजन की तारीफ कर चुके हैं। इनके पति मनीष सिंह आईपीएस अधिकारी है इनके पिता रामकुमार निरंजन हैं जो झांसी में रहते हैं।

प्रियंका निरंजन, आईएएस बनने के पूर्व 2008 और 2010 में बीडीओ और ट्रेजरी ऑफिसर के पद पर काम कर चुकी हैं। नेहा शर्मा के इस तबादले को आगामी प्रशासनिक कार्यों को सुचारू और प्रभावी बनाने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। गोंडा की जनता ने नवागत जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से विकास और पारदर्शिता की नई उम्मीदें जताई हैं।

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