मौसम का मिजाज बदलने से किसानों के हाथ कलेजे पर
अलीगंज। आकाश में काले घने बादल छाने के बाद हुई बूंदाबांदी के ओले की छर्र ने तंबाकू व गेहूं उत्पादकों की परेशानी बढ़ा दी। किसानों नें दिन रात रखवाली कर फसलों को तैयार किया। जब फसल पकने और कटने के लिए खेत तैयार हुया तो बेमौसम बूंदाबांदी और ओले की छर्र मुसीबत बनकर टूट पड़ी। गुरुवार की सुवह तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बूंदाबांदी और ओले की छर्र ने किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाकर बर्बादी की कगार पर खड़ा कर दिया है।
तंबाकू की फसल मे भारी नुकशान होने की संभावना है जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई देने लगी हैं।
अलीगंज क्षेत्र में बहुत तादाद मात्रा में तंबाकू की फसल की जाती है। गुरुवार की सुबह मौसम का मिजाज एकाएक बदल गया। जिससे किसानों के हाथ कलेजे पर आ गए। मौसम की दोहरी मार से किसान परेशान है। तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी के ओले की छर्र ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी। सबसे ज्यादा तंबाकू की फसल में नुकसान हो सकता है क्योंकि बूंदाबांदी के साथ ओले की छर्र पड़ने से किसान चिंतित है।
उनकी खेत में खड़ी गेंहू की फसल पूरी तरह से खेत में बिछ गई है। तंबाकू की फसल पर ओले की छर्र गिरने से तंबाकू लाल पड़ जाएगी और लसी टूटने से तंबाकू का वजन कम हो जाएगा। अलीगंज कस्बे में सबसे ज्यादा तंबाकू की फसल अमरोली रतनपुर, अगोनापुर, पचंदा, किनौडी खैराबाद, पुराहार, बुलाकी नगर, नगला बल्ल्भ, दादूपुर, श्याम नगर, मोहम्मद नगर बझेड़ा, फरसोली, विजैदपुर आदि दर्जनों गांव चपेट में आए। वहीं खेतों में खड़ी गेहूं की फसल तेज हवाओं के चलते खेतों में पूरी तरह बीझ गई है साथी अन्य खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल भीगने के कारण दाना काला पड़ जाएगा जिसमें किसानों ने आंशिक नुकसान की संभावना जताई है।
अमरोली रतनपुर निवासी किसान नानक चंद ने बताया कि अभी बूंदाबांदी व ओले की छर्र पड़ने से सबसे ज्यादा नुकसान तंबाकू की फसल को होगा। तंबाकू का पत्ता लाल पड़ जाएगा और लसी टूट जाएगी जिस वजन कम हो जाएगा। इस समय अधिकतर किसान तंबाकू की फसल को काटकर सूखाने और समेटने में लगे हैं।
ब्रजराज ने बताया कि तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी से खेतों में लगी तंबाकू के रवा धुल जाएंगे और फसल में कोई जान नहीं रहेगी। वहीं गेहूं के दाने काले पड़ जाएंगे।
उप जिलाधिकारी अलीगंज डॉ. विपिन कुमार मोरल ने जानकारी देते हुए बताया कि समस्त लेखपालों को निर्देशित किया गया है कि आंधी बारिश से हुए नुकसान का आकलन कर तहसील मुख्यालय पर आख्या रिपोर्ट प्रेषित करें।
दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश