सचिव व ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते सामुदायिक शौचालय बने सफेद हाथी

सार्वजिनक शौचालय घिरा झाड़ियां व घास के बीच, जहरीले जीवों का खतरा

अलीगंज।ग्रामीणों की सुविधा के लिए सार्वजनिक शौचायलयों का निर्माण कराया गया था लेकिन यह शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं। अलीगंज विकास खण्ड के अंतर्गत 93 ग्राम पंचायत है। प्रत्येक पंचायत के गांव व मजरे में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण सरकार द्वारा करवाया गया था लेकिन लाखों रूपये की लागत से बने सार्वजनिक शौचालय आज ग्रामीण अंचलों में सफेद हाथी सावित हो रहे हैं।

ग्रामीण अंचल में बने सार्वजनिक शौचालय की तरफ ना तो किसी प्रतिनिधि का ध्यान जाता है और ना ही किसी अधिकारी का जिसके चलते सार्वजनिक शौचालय पर ना तो पानी की टंकी की व्यवस्था है और ना ही इसकी देखरेख की जाती है जिसके चलते सार्वजनिक शौचालय की स्थिति जर्जर हालत में हो चुकी है और झाड़ियों व घास गन्दगी से घिरे पड़े है।

ऐसा ही एक मामला अलीगंज के ग्राम बल्लभ नगला में बने शौचालय में देखने को मिला जहाँ सरकार द्वारा लाखों रुपए की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था जो आज सफेद हाथी साबित हो रहे है। ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत भी की लेकिन आज तक कोई भी असर नहीं हुआ। जब मीडिया टीम ने पहुंचकर इसकी हकीकत देखी तो शौचालय के चारों तरफ झाड़ियां घास व गन्दगी ही देखने को मिली।

शौचालय का कार्य अधूरा पाया गया कहीं गेट लगे तो लगे नहीं ऐसे ही सरकारी धन को बखूबी ठिकाने लगाया गया। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि शौचालय मे साफ सफाई पानी समर व टँकी की भी व्यवस्था आज तक नही हो सकी। जिससे जरूरतमंदों को शौच क्रिया के लिए बाहर जाने को विवश होना पड़ रहा है। लेकिन संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

जबकि हकीकत हर जगह की यही है की अधिकांश शौचालयों में यही आलम व्याप्त है। जिससे बड़ी संख्या में पुरुषों महिलाओं समेत बच्चों को भी शौच क्रिया के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत हर गांव में एक सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य कराया गया था लेकिन सरकारी धन के बंदर बांट के कारण आज यह शौचालय सिर्फ सफेद हाथी की तरह खड़े है जो किसी भी काम के नहीं है।

सार्वजनिक शौचालयों को लेकर क्या कहते हैं ग्रामीण—-

महावीर प्रसाद नगला बलम्भ का कहना है कि जब से गांव में शौचालय बना है इसका प्रयोग किसी ने नहीं किया पहले समर व टँकी लगी थी लेकिन कुछ समय बाद कहाँ गायव हो गए पता नही।

फेरु सिंह नगला बलम्भ का कहना है कि पिछले कई वर्षों से बने शौचालय में साफ सफाई नही होती है। गांव के लोग पहले यहाँ के लिए आये थे जब से शौचालय की दुर्दशा इतनी खराब हो गई है कि कोई भी सोच करने के लिए यहां नहीं आता। शौचालियों की तरफ किसी भी प्रतिनिधि व अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं जाता

यद्ध वीर सिंह नगला बलम्भ का कहना है कि लगभग 3 साल से यह शौचालय ऐसा ही पड़ा है झाड़ियां सांप कीड़े रेंगते रहते है। सरकार ने शौचालय बनवा दिया लेकिन यह सब अब बेकार हाल में है।

विजेन्द्र सिंह नगला बल्लभ का कहना है कि हमारे गांव में महिलाओं वेटियो के लिये जो लाखो रुयपे की कीमत का शौचालय तो बन गया है इसके अंदर कुछ नही है सब बेकार है। पानी नही है और चारो तरफ गन्दगी है।

बीडीओ ने बताया कि 1 वर्ष से समूह का भुगतान नहीं हुआ है अगर काम नहीं तो भुगतान भी नहीं होगा नोटिस देने की तैयारी चल रही है।

गोपाल गोयल खण्ड विकास अधिकारी अलीगंज ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण शासन स्तर से करवाया गया था। अलीगंज में लगभग 92 शौचालय बनवाये गये थे।

बनने के बाद इन शौचालयों की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व सचिव को दी गयी थी। इस मामले को जब अलीगंज ब्लाक खण्ड विकास अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर शौचालय ग्रामीण जनों के लिये बनवाये गये थे जिन जगहों पर समूह द्वारा ठीक से कार्य नही किया गया उनको 1 वर्ष से कोई भुगतान नही किया गया है।

इन शौचालयों की लागत लगभग 2 लाख रुपये है ऐसी में समर टँकी भी है। ग्राम नगला बल्लभ में समूह के लोगो द्वारा काम नही किया गया है।साफ सफाई क्यों नही है। ग्राम प्रधान व सचिव से पूछा जायेगा। समूह के लोगो को नोटिस दिया जा रहा है।अन्य ग्रामो में यदि शौचालयो में समस्या आती है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!