बिहार, औरंगाबाद। टीम डेहरीयंस के द्वारा डेहरी ऑन सोन के डालमियानगर मे प्रस्तावित एक्सेल वैगन मरम्मत कारखाना शिफ्ट करने पर भारी विरोध जताया है। डेहरी ऑन सोन का डालमियानगर का रेल कारखाना डेहरीवासियो के रगो- रगो मे बसा है। सबको आस है कि आज नहीं तो कल कारखाना जरूर खुलेगा। रेलवे के भ्रष्ट और ओछी मानसिकता वाले रेलवे अधिकारियों का नया खेल।
अगर पहलेजा से डीएलएम फैक्ट्री तक फ्लाईओवर सीधा ट्रैक बिछाते तो ठीक है; नहीं तो डेहरी ऑन सोन से डीएफसीसी लाइन हटा दो। हमें किसी भी कीमत पर फैक्ट्री चाहिए। दुर्गावती- डेहरी ऑन सोन भी डीएफसीसी लाइन पर।
डेहरीवासियो के साथ नाइंसाफी महंगा पड़ेगा। जब रेलवे के पास पहले से ही डेहरी ऑन सोन में जमीन उपलब्ध है तो उसे हस्तांतरित करने की क्या जरूरत है, इससे सरकारी खजाने पर बोझ बढ़ेगा। डेहरी से बाहर के लोग एसी कमरे में बैठकर इतने बड़े ज्वलंत मुद्दे पर कैसे फैसला ले सकते हैं। अगर कल को कोई अनहोनी हो गई तो उसका ज़िम्मेदार कौन होगा? डेहरी बिहार का सबसे शिक्षित शहर है। यह खबर जंगल की आग की तरह फैल जाएगी। अब तो डेहरी में बड़ा आंदोलन होना तय, स्थानीय लोगों की भावनाओं से खेला जा रहा है।
टीम डेहरीयंस के सदस्यों ने आरोप लगाया कि महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह और मण्डल रेल प्रबंधक उदय सिंह मीणा आप दोनों डेहरी ऑन सोन जनता के साथ गंदा खेल रहे हैं अभी कुछ दिन पहले मण्डल रेल प्रबंधक निरिक्षण करने डेहरी ऑन सोन आये थे तब स्थानीय लोगो मे आस जगी थी। डेहरी के लोगों की सहमति के बिना इतने ज्वलंत मुद्दे पर बैठक आयोजित करने की आपकी हिम्मत कैसे हुई???