पोर्टल का सर्वर लगातार ठप होने के चलते नहीं हो पा रही फार्मर रजिस्ट्री, किसान परेशान

पूरे दिन लाइन में लगने के बाद भी निराश होकर लौटना पड़ रहा है

रात्रि में कुछ समय के लिए चलता है पोर्टल, लेखपाल परेशान

अलीगंज। सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए फार्मर रजिस्ट्री की अनिवार्यता किसानों के लिए सिरदर्द बन गई है। दरअसल रजिस्ट्री के पोर्टल का सर्वर लगातार ठप चल रहा है। घंटों-घंटों तक तहसील व जनसेवा केंद्रों पर किसान सर्वर चालू होने का इंतजार करने को मजबूर हैं। लेकिन, उन्हें निराशा हाथ लग रही है।

विकासखंड अलीगंज में सभी को किसान सम्मान निधि के साथ अन्य विभागीय सुविधाएं मिल रही हैं। लेकिन, दो माह पहले किसानों के लिए फार्मर रजिस्ट्री को अनिवार्य कर दिया गया है। पूर्व में तो किसान इतने सजग नहीं दिखाई दिए, लेकिन योजनाओं का लाभ न मिलने से अड़चन पैदा होने के डर से किसान अब जागरूक हो गए हैं। सोमवार को अलीगंज तहसील व जनसेवा केंद्रो पर किसान फार्मर रजिस्ट्री कराने को परेशान नजर आए। सभी जगह सर्वर ठप रहा। घंटों तक किसान सर्वर चलने का इंतजार करते रहे, लेकिन उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। सर्वर ठप होना किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। अलीगंज क्षेत्र में फार्मर आईडी आज तक मात्र 20611 बन चुकी हैं।

जनसेवा केंद्र संचालको का क्या है कहना

जनसेवा केंद्र संचालको ने बताया कि सुबह ही किसान फार्मर रजिस्ट्री के लिए पहुंच जाते हैं, लेकिन सर्वर ठप हो जाता है। यह स्थिति पिछले कई दिनों से बनी हुई है। कई किसानों के दस्तावेज उनके पास रहते हैं, ऐसे में वह रात में भी रजिस्ट्री करते हैं, लेकिन मध्य रात्रि दो बजे के बाद ही सर्वर चालू हो पाता है। वह भी कुछ घंटे के लिए। इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। फार्मर रजिस्ट्री में भी इसी वजह से अड़चन पैदा हो रही है।

रात्रि में कार्य कर रहे लेखपाल

लेखपालों का कहना है कि सर्वर डाउन होने के चलते 42 लेखपाल रात्रि में कार्य कर रहे हैं लेकिन लेखपालों को यहां पर भी अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है। जब साइड के सर्वर रात्रि के समय आते हैं तो किसानों से संपर्क कर उनसे ओटीपी मांगी जाती है तो जलसाझों की डर की वजह से किसान ओटीपी नहीं बताते जिस कारण फार्मर रजिस्ट्री करने में समस्या उत्पन्न हो रही है। दिन के समय तहसील पर किसानों की भीड़ लगी रहती है सर्वर डाउन होने के चलते किसानों को निराश लौटना पड़ता है. 10 से लेकर 15 एमबीबीएस मेगावाट सर्वर आते हैं जिस कारण कार्य में बाधा उत्पन्न होती है। जबकि 100 से लेकर 150 एमबीबीएस मेगावाट सर्वर आने चाहिए जिससे कार्य सुचारु रूप से किया जा सके।

जालसाझों के डर से नहीं बताते किसान ओटीपी

अलीगंज क्षेत्र में फार्मर रजिस्ट्री करने के लिए लेखपाल व जन सेवा केदो को फॉर्म देखकर सर्वर डाउन होने के चलते वापस चले आते हैं। जब रात्रि के समय सर्वर सही आते हैं तो किसान ओटीपी देने डरते हैं कहीं जालसाझ धोखाधड़ी कर कहीं उनका बैंक अकाउंट खाली न कर दें। कई बार तो किस लेखपालों से ओटीपी मांगने पर अभद्र व्यवहार करते हैं उनको डर सताता है कहीं कोई जालसाझ ना हो।

दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश

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