गदडा़। सार्वजनिक पूजा के दौरान; पूजा के माध्यम से किसी सनातनी को कष्ट हो; ऐसी पूजा व सनातनी का क्या महत्व :परमालिक सिंह

महाशिवरात्रि, गदड़ा।वर्ष 1966 में स्थापित श्री श्री सार्वजनिक शिव मंदिर, गदड़ा में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भव्य शिव जागरण 8 मार्च 2024 से 9 मार्च 2024 तक किया जाना है। अध्यक्ष परमालिक सिंह ने बताया कि किसी भी पूजा का मतलब होता है सनातनियों में शांति व एकजूटता को बनाए रखना।

उन्होंने इस वर्ष से शिव जागरण-भजन कीर्तन के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग न करने की हिदायत दि है ताकि आसपास के सनातनियों को अनावश्यक ध्वनि का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि समय-समय पर केवल माइक्रोफोन का प्रयोग उद्घोषणा के लिए किया जा सकता है। वहीं पूजा से जुड़े सभी सदस्यों ने इस बात की सहमति व्यक्त किया कि; किसी भी प्रकार का ध्वनि विस्तारक यंत्र का हम प्रयोग नहीं करेंगे जिससे कि हमारे स्थानीय सनातनी को उसका सामना करना पड़े।

स्थानीय लोगों ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे अन्य पूजा कमेटियों के पास भी एक अच्छा संदेश जाएगा और हम सनातनियों में एकता की भावना पनपेंगी जो कि अपने आप में एक बड़ी बात होगी। पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 8 मार्च को रात्रि में 9 बजकर 57 मिनट पर होगा और अगले दिन यानी 9 मार्च को 6 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा।

बताते चले की महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और पार्वती के विवाह के रूप में हर घर में मनाया जाता है। इसलिए यह दिन; भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। महाशिवरात्रि के दिन माता पार्वती की तपस्या सफल हुई थी यही वजह है कि विश्वेश्वर (सारी दुनिया के ईश्वर) चंद्रचूड़ महाशिवरात्रि ‘भगवान शिव’ का व्रत महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखती हैं।

मीडिया से रूबरू के दौरान अध्यक्ष परमालिक सिंह, सचिव गोपाल सिंह, मुख्य संरक्षक आरके ठाकुर, कैशियर प्रमोद पांडे, सलाहकार कैलाश सिंह, राजेंद्र सिंह सलाहकार, सदस्य मंटू सिंह व फागुलाल गुप्ता एवं अन्य शामिल थे।

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