– कमिश्नरेट गठन के बाद वाहनों की नीलामी से सरकार को भारी राजस्व लाभ पहुंचने वाला गोविंद नगर बना पहला थाना
– अधिकांश पुलिस थानों में नीलामी के अभाव में सड़ रहे करोड़ों के वाहन
– एसीएम 1 की मौजूदगी में इंस्पेक्टर विक्रम सिंह की अगुवाई में हुई वाहनों की नीलामी,शामिल हुए लगभग एक दर्जन कबाड़ी
सुनील बाजपेई
कानपुर। अपराधियों के खिलाफ लगातार सफल मोर्चा खोले गोविंद नगर पुलिस सरकारी राजस्व को बढ़ाने वाले कार्यों में भी अग्रणी चल रही है। उसने इस सत्य को 201 वाहनों की नीलामी सकुशल कराने के रूप में प्रमाणित किया, जिसमें सरकार को 10 लाख 78000 का लाभ हुआ।
सूत्रों को दावा है कि यहां कमिश्नरेट गठन होने के बाद गोविंद नगर थाने की यह पहली नीलामी है ,जिसमें सरकार को इतना बड़ा आर्थिक लाभ हुआ है। इसके पहले समय से वाहनों की नीलामी कराकर सरकारी राजस्व को बढ़ाने में इतना बड़ा योगदान गोविंद नगर के अलावा कमिश्नरेट के किसी भी थाने का नहीं है।
गोविंद नगर थाने में 201 वाहनों की यह नीलामी एसीएम वन की मौजूदगी में इंस्पेक्टर विक्रम सिंह की टीम ने करवाई, जिसमें लगभग दर्जन से ज्यादा लोग शामिल हुए। एसीएम वन की अगुवाई में इंस्पेक्टर विक्रम सिंह द्वारा अधिक से अधिक बोली लगवाने हर संभव अथक प्रयास के फलस्वरुप सरकारी राजस्व में इजाफा किए जाने के रूप में आखिरी बोली 10 लाख 78000 में छूटी।
अवगत कराते चले कि शहर के अधिकांश ।पुलिस थानों में करोड़ों रुपए के मूल्य वाले दो पहिया और चौपहिया वाहन कबाड़ के ढेर बन चुके हैं। जहां तक गोविंद नगर पुलिस द्वारा वाहनों की नीलामी के रूप में सरकारी राजस्व में लाखों का इजाफा किए जाने का सवाल है। यह नीलामी लगभग 2 साल से लंबित चल रही थी। थाना प्रभारी के रूप में अपनी जुझारू नौकरी के 52 वें थाना गोविंद नगर का चार्ज लेने के बाद इसकी जानकारी जैसे ही कानून और शांति व्यवस्था के पक्ष में लोकहित के हर कार्य में अग्रणी इंस्पेक्टर विक्रम सिंह को हुई और फिर उन्होंने जिस तरह से परिश्रम पूर्ण सक्रियता का रास्ता अपनाया, उसके फलस्वरूप एसीएम एक की मौजूदगी में 201 वाहनों की नीलामी कराने के रूप में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली यूपी सरकार के राजस्व में 10 लाख 78000 का इजाफा होने में देर ना लगी।
इस नीलामी से पहले पुलिस ने यह भी हर संभव कोशिश की, जिससे किसी को भी किसी भी तरह की शिकायत का मौका ना मिले, जिसके बाद ही इंस्पेक्टर विक्रम सिंह की अगुवाई में वरिष्ठ उप निरीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह ,सब इंस्पेक्टर भूटान सिंह और सब इंस्पेक्टर प्रभारी मलखाना मुनेश्वर सिंह की टीम ने एसीएम एक की मौजूदगी में 201 वाहनों की नीलामी कराने के रूप में यूपी सरकार को 10 लाख 78 हजार रुपए का राजस्व लाभ कराया।