पत्रकार आशुतोष सिंह माण्डा
नवयुग दैनिक समाचार
प्रयागराज। मांडा थाना क्षेत्र के महेवा कला, डेंगुरपुर गंगा घाट पर बुधवार सुबह से ही पितृविसर्जन करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। गंगा घाट पर बाल मुंडन कराने के बाद लोगों ने अपने पितरों का तर्पण किया और पतित पावनी गंगा तट पर पुरखों का पिंडदान कर सुख समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना की और गंगा जल में पिंडदान किया। गंगा घाट पहुंचे 15-20 हजार लोगों ने अपने पितरों को याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
श्रद्धालु शोभ नाथ यादव ने कहा, “पितृ विसर्जन हमारे पूर्वजों की याद में एक महत्वपूर्ण अवसर है। हम अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उनकी याद में दान-पुण्य करते हैं।”
एक अन्य श्रद्धालु, अमर बहादुर ,मोती लाल ,उमा शंकर , हरि लाल ,राजेन्द्र प्रसाद,विजय ,सर्वेश,सूर्यमणि,संजय ने कहा, “गंगा में पिंडदान करना हमारे लिए एक पवित्र कार्य है। हम अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए यह कार्य करते हैं और सुख समृद्धि की कामना करते हैं।”
इस पितृ विसर्जन के अवसर पर लोगों ने अपने पूर्वजों की याद में दान-पुण्य भी किया। लोगों ने गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुएं दीं। गंगा घाट पर एक अद्वितीय भावनात्मक माहौल बन गया, जहां लोगों ने अपने पूर्वजों की याद में आंसू बहाए और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
हालांकि, इस महत्वपूर्ण अवसर पर गंगा घाट पर सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होना चिंताजनक है। गंगा में बाढ़ के बावजूद घाट पर पुलिस की तैनाती नही की गई, जबकि बीते वर्षों में सुरक्षाबल की तैनाती की जाती रही है।