रांची, 3 दिसंबर 2024
आज आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ,पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने प0 बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा आलू झारखण्ड को नहीं देने पर अपना अड़ियल रुख बनाये रखने पर आज अपनी प्रतिक्रिया में उक्त बाते कही l इन्होंने यह भी कहा कि प0 बंगाल द्वारा आलू नहीं देने के कारण झारखण्ड में आलू की कीमतों में बेतहासा वृद्धि हो रहीं हैं और गरीब गरबा आमजनों से आलू दूर होती जा रहीं है l
विजय शंकर नायक ने आगे कहा कि प0 बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस आलू प्रकरण में हठधर्मिता और अड़ियल रुख अपना रहीं है जो पड़ोसी राज्य होने का एवं संकट तथा दुख सुख में साथ देने के नैतिक दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहीं है जो शुभ संकेत नहीं है l
इन्होंने यह भी कहा की इस प्रकरण के पटाक्षेप हेतु झारखण्ड के मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी और प0 बंगाल के मुख्य सचिव स्तर से वार्ता भी किया जा चुका हैं मगर अभी तक कोई सफल परिणाम नहीं निकला है l अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तुरंत बिना देर किए दो टूक में प0 बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात करना चाहिए और इसका समाधान निकालने का सफ़ल एवं ठोस प्रयास होना चाहिए ताकि जनता को आलू के बढ़ते महंगाई से निजात मिल सके l
विजय शंकर नायक ने साफ एवं कड़े शब्दों मे चेतावनी देते हुए कहा की अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा प0 बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से वार्ता करने के बाद भी कोई सकरात्मक पहल ममता दीदी के द्वारा नहीं किया जाएगा तो फिर झारखण्ड से एक छटाक भी कोयला एवं अन्य खनिजों को प0 बंगाल जाने नहीं दिया जाएगा जिसकी जिम्मेवारी प.बंगाल की ममता सरकार की होगी । जब वो पड़ोसी धर्म नही निभायेगी तो झारखंड भी अपना पड़ोसी धर्म नही निभायेगा और जैसे को तैसा वाली नीति अपनाई जायेगी ।
इन्होने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से यह भी मांग किया कि वे हरेक जिला मे कोल्ड स्टोरेज बनाने की दिशा मे काम करे और झारखण्ड के किसानो को हर खेत मे पानी पहुंचाने की दिशा मे ठोस रणनीति बनाए तो हमारे किसान इतना आलू पैदा कर देगें कि राज्य तो आत्मनिर्भर हो ही जायेगा और दुसरे राज्य मे भी आलू निर्यात कर किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो जायेंगें ।