तरबगंज का खुलासा होते ही धानेपुर में नई वारदात
गोंडा। जिले में लगातार बढ़ते ब्लाइंड मर्डर अब पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बनते जा रहे हैं। तरबगंज ब्लाइंड मर्डर का खुलासा होने की खुशी अभी ठंडी भी नहीं पड़ पाई थी कि धानेपुर थाना क्षेत्र में नई हत्या की वारदात सामने आते ही पुलिस सिस्टम की फुर्ती पर सवाल उठने लगे हैं।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके का मुआयना किया। खोजी कुत्ते, तकनीकी टीम, सीसीटीवी फुटेज और पाँच विशेष टीमों की तैनाती के साथ जांच तेज कर दी गई है। पुलिस आसपास के रूट, मूवमेंट और संदिग्ध गतिविधियों की बारीकी से पड़ताल कर रही है।
सुनसान जगहों पर मिल रही लाशें—बाहरी अपराधियों के लिए ‘सेफ ज़ोन’ बनता गोंडा?
पिछले सवा साल के भीतर जिले में कई ऐसी हत्याएं सामने आईं, जिनमें हत्या कहीं और, लाश फेंकी कहीं और,वारदात बेहद प्लानिंग के साथ, और सुराग बेहद कम मिले। इन घटनाओं ने यह आशंका बढ़ा दी है कि अपराधी बाहरी जिले से आकर गोंडा को आसान टारगेट समझने लगे हैं। सुनसान जगहें और कम भीड़भाड़ वाले रूट उनके लिए सुरक्षित ‘डंपिंग प्वाइंट’ बनते दिख रहे हैं।
कटरा बाजार में मिली सरकटी लाश—अब भी गोंडा पुलिस की सबसे बड़ी चुनौती
जिले के सबसे सनसनीखेज मामलों में शामिल कटरा बाजार क्षेत्र में युवती की मिली सरकटी लाश का रहस्य आज तक नहीं खुल पाया है। युवती की पहचान नहीं,हत्या का कारण नहीं, हत्यारा कौन, सुराग नहीं…। सवाल यह भी कि आखिर कौन था जो युवती को बोरे में भरकर सुनसान जगह पर फेंक गया और बेखौफ निकल गया? इस केस का लंबा समय से अनसुलझा रहना पुलिस की जांच पर सीधा प्रश्न खड़ा करता है।
एक कत्ल का केस सुलझे नहीं कि दूसरा सामने—गोंडा पुलिस की परीक्षा जारी है। तरबगंज में ब्लाइंड मर्डर का खुलासा पुलिस के लिए राहत लाया ही था कि धानेपुर की वारदात ने फिर से चुनौती खड़ी कर दी।
लगातार हो रही इन सीरियल घटनाओं ने जिले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लोगों के मन में चिंता बढ़ा दी है। पुलिस टीमें लगातार गांवों, खेतों, रोड किनारे इलाकों और सीसीटीवी रूट की जांच करने के दावे कर रही हैं, लेकिन इन वारदातों की आवृत्ति और तरीके ने स्पष्ट कर दिया है कि गोंडा में ब्लाइंड मर्डर की चेन पुलिस की सबसे बड़ी परीक्षा बन चुकी है।
