1.डॉ.कीर्ति काले और सीमा रँगा इन्द्रा जैसी प्रसिद्ध कवयित्रियों ने किया काव्य पाठ
2.श्रीकांत काले, ओमप्रकाश कल्याणे और जयहिंद आजाद के जन्मदिवस को सनातनी परंपरा से मनाते हुए समाज को संस्कार संरक्षण का संदेश दिया।
3.वंदेमातरम के उद्घोष से स्वागत और हरा-भरा पौधा भेंट कर जीवन उत्कर्ष की कामना की गई।
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न ई दिल्ली (23 सितंबर) कृष्ण चतुर्वेदी
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अन्तर्राष्ट्रीय सकारात्मक साहित्य मंच न ई दिल्ली की मासिक काव्य गोष्ठी दिल्ली उद्यमिता एवं कौशल विकास विश्वविद्यालय द्वारका,नई दिल्ली में 21 सितंबर को दोपहर ढाई बजे से शुरू हुई।डीएसयूई के निदेशक पंकज श्याम लाठर की अध्यक्षता और नजफगढ़ जोन एनडीएमसी के सचिव उपायुक्त राजकिशोर प्रसाद के मुख्य आतिथ्य में यह काव्य गोष्ठी सम्पन्न हुई।
सर्वप्रथम डॉ.कीर्ति काले,प्रेम बिहारी मिश्र,श्रीकांत काले, रवीन्द्र भूषण और ओमप्रकाश कल्याणे ने माँ सरस्वती के दीप प्रज्वलन किया और कुसुमलता सिंह ने सरस्वती वंदना की।
तत्पश्चात स्वागत भाषण पढ़ते हुए अंतरराष्ट्रीय कवयित्री डॉ.कीर्ति काले ने इस मासिक काव्य गोष्ठी की विधिवत शुरुआत की।
सनातनी परंपरा का निर्वाह करते हुए केक, मोमबत्ती के स्थान पर दीपक जलाए गए। और,श्रीकांत काले, ओमप्रकाश कल्याणे और जयहिंद आजाद का जन्मदिन समारोह बहुत सादगी के साथ मनाया गया। वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ तीनों महान विभूतियों को तिलक,आरती कर अंगवस्त्र, मणिपाला और पगड़ी से अलंकृत कर एक हरा-भरा सुंदर पौधा इस कामना के साथ भेंट किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में विशाल वृक्ष का स्वरूप धारण करें। संस्था के परामर्श दाता राजेश चेतन के परामर्श पर केक वितरित कर समय के साथ कदमताल मिलाते हुए संस्कार और संस्कृति के संरक्षण की भूमिका मजबूती से तैयार की गई।
काव्यगोष्ठी में शामिल कवियों में जितेंद्र जीत,उदय दिवाकर पांडे,आशा,ललित कुमार शर्मा, रजनीश गोयल, कुसुमलता सिंह,पावनी कुमारी, कवयित्री सीमा रँगा इन्द्रा,नरेश बजाज,जय हिन्द आजाद,डॉक्टर वर्षा सिंह, रवीन्द्र भूषण और रवींद्र धनकड़, रंजना भूषण,मैथिली पाण्डे,प्रेम बिहारी मिश्रा,श्रीकांत काले,प्रीति शर्मा,अनिल उपाध्याय,अतुल खरे,रीतु खरे,दैवेन्द सिंह, दिनेश जा, शिवकुमार,निशा,गौरव,अंजू अग्रवाल,मनीष मधुकर,असलम जावेद,सुनैना,मणि मिश्रा, शशांक शुक्ला, संदीप नजर, ओमप्रकाश कल्याणे, और डॉ.कीर्ति काले ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम का संचालन रमेश कुमार गंगेले अनंत ने किया।शशि जैन और श्रीमान जैन की विशेष उपस्थिति रही।