बिलासपुर, छत्तीसगढ़। बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार और चिन्मय कृष्ण प्रभु की गिरफ्तारी के विरोध में इस्कॉन (अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ) ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। यह आयोजन समाज में शांति और एकता का संदेश देने और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के उद्देश्य से किया गया।
पिछले कुछ समय से बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। मंदिरों में तोड़फोड़, मूर्तियों को नुकसान और हिंदू परिवारों को डराने-धमकाने जैसी घटनाओं ने समाज को झकझोर दिया है। बिलासपुर इस्कॉन ने इन घटनाओं की निंदा करते हुए मानवता और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।
इस वैश्विक प्रदर्शन का आयोजन बांग्लादेश और भारत सहित कई अन्य देशों में हुआ, जहां इस्कॉन भक्तों और हिंदू समुदाय ने एकजुटता दिखाई और इन घटनाओं की कड़ी निंदा की। प्रदर्शनकारियों ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने और श्रीमान चिन्मय कृष्ण प्रभु को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की।
नगर संकीर्तन का आयोजन: इस्कॉन के भक्तों ने हरे कृष्ण महामंत्र के कीर्तन भजनों के साथ बिलासपुर के मंगला चौक मुख्य मार्ग पर नगर संकीर्तन किया। भक्तों ने कीर्तन के माध्यम से भगवान कृष्ण के शांति और प्रेम के संदेश को फैलाया। इस दौरान शहरवासियों ने भी इस आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और समर्थन व्यक्त किया। इस संकीर्तन यात्रा में युगल किशोर दास, प्रशांत अग्रवाल, आशीष अग्रवाल, आदिकेशव दास,असीमप्रभा दास व भौंमेश साहू मौजूद रहे|