– 15 – 20 दिन के अंदर ही आरोप पत्र दाखिल करने की कोशिश में जुटी पुलिस
– धमकी देकर वसूली करने वाले पत्र के हस्त लेख का अभियुक्त के नमूना हस्तलेखन से कराया जायेगा मिलान
सुनील बाजपेई
कानपुर। कपड़ा व्यापारी के पुत्र कुशाग्र कनोडिया हत्याकांड के अभिलेखों को अधिक से अधिक कठोर सजा दिलाने के लिए कानपुर पुलिस पूरी तरह से कटिबद्ध है। वह इसके लिए कोई भी कोई कसर नहीं रखेगी। इसके लिए जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी की अगुवाई में पुलिस वह सब कुछ कर रही है ,जिससे आरोपियों को अधिक से अधिक कठोर दंड के रूप में उनके किए की कठोर सजा मिल सके।
इसके लिए गहन परीक्षण और प्रति परीक्षण के साथ ही पुलिस उपायुक्त मध्य एवं संयुक्त पुलिस आयुक्त क़ानून व्यवस्था अपनी निगरानी व् पर्यवेक्षण में संपूर्ण केस डायरी का लिखा जाना भी सुनिश्चित करेंगे। घटना के उद्देश्य को पूरी तरह से स्पष्ट करने के लिए ना केवल आरोपियों की रिमांड पर लेना भी शामिल है, बल्कि धमकी देकर वसूली करने के पत्र पर हस्त लेख का मिलान अभियुक्त के नमूना हस्तलेखन से कराया जायेगा।
इसी क्रम में सीसीटीवी फ़ुटेज में दिख रही स्कूटि एक्टिवा का बरामद की गई एक्टिवा से वैज्ञानिक परीक्षण और मिलान भी कराया जाएगा।
पुलिस की इस गहन विवेचन के दौरान अभियुक्त व् मृतक छात्र के फोटो को , घटना स्थल के आस पास से संग्रहित और उपलब्ध सीसीटीवी फ़ुटेज से वैज्ञानिक ढंग से मिलान कराएगी। इसी के साथ विशेष उल्लेखनीय यह भी की पुलिस 15 से 20 दिन के अंदर ही
प्रभावी विवेचना के सर्वोत्कृष्ट स्तर को बनाये रखते हुए अंतिम रूप से आरोप पत्र दाखिल भी अवश्य दाखिल कर देगी। यही नहीं पुलिस की कोशिश फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की भी होगी। और इसमें बहुत जल्द पूर्ण सफलता भी इसलिए मिलकर भी रहेगी, क्योंकि इस बहुचर्चित प्रकरण में हत्यारोपियों के खिलाफ देश प्रदेश के कर्मठ और ईमानदार अधिकारियों में से एक संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी कि परिश्रमपूर्ण कर्तव्य निष्ठा का प्रहार लगातार जारी है ,जिसमें बहुत जल्द सफलता मिलने की भी पूरी उम्मीद इस लिए है , क्योंकि निर्दोष फंसे नहीं और अपराधी बचे नहीं जैसी लोकहित की प्रबल विचारधारा वाले संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी की अब तक की जुझारू नौकरी का कार्यकाल अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के मामले में जिस तरह अनगिनत सफलताओं से भरा पड़ा है ,
उससे यही साबित होता है कि जनहित में सभी घटनाओं के सटीक खुलासे के साथ ही किसी भी तरह के अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के मामले में वह आज तक ना तो अपने लक्ष्य से भटके और ना ही उन्हें किसी तरह का प्रलोभन या अनुचित दबाव प्रभावित कर सका। मतलब जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी तब तक चैन से नहीं बैठते, जब तक घटना के सटीक खुलासे के साथ ही संबंधित अपराधी को अपने किए की सजा नहीं मिल जाती।
पुलिस सूत्रों की नजर में इसी आधार पर यकीन किया जा रहा है कि जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी का कुशाग्र कनोडिया अपहरण हत्याकांड में लगातार जारी कठोर परिश्रम पूर्ण प्रयास का सार्थक परिणाम बहुत जल्द सभी आरोपियों को कठोरतम और अधिकतम दंड दिला कर ही चैन की सांस लेगा।
याद रहे कि 3 दिन पहले यहां 30 लाख रुपए फिरौती की मांग नहीं पूरी करने पर कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के 16 वर्षीय अपहृत बेटे कुशाग्र कनोडिया की हत्या कर दी गई ,जिसमें पुलिस ने एक युवती, उसके कथित प्रेमी व एक अन्य को गिरफ्तार किया है।