रांची, झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा रांची जिला के तत्वावधान में दिशोम गुरु शिबू सोरेन को गजट नोटिफिकेशन कर झारखंड आंदोलनकारी के रूप में सम्मान देने तथा झारखंड आंदोलनकारियों को न्याय के साथ सम्मान एवं समाज में स्वाभिमान से जीने के अधिकार देने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम रांची उपायुक्त को ज्ञापन सोपा गया।
उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया कि शीघ्र सम्मान समारोह पूर्वक सम्मान पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा। सम्मान पत्र का प्रारूप मंगा लिया गया है। शीघ्र ही आंदोलनकारियों को सम्मानित किया जाएगा। वें बोले झारखंड आंदोलनकारियों का सम्मान ही हमारा सम्मान है।
उपायुक्त से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक प्रधान सचिव पुष्कर महतो, जिला अध्यक्ष सुबोध लकड़ा, केंद्रीय कोषाध्यक्ष सरोजिनी कच्छप, दक्षिणी छोटा नागपुर प्रजामंडल की अध्यक्ष रोजलीन तिर्की, प्रभारी अनथन लकड़ा, जिला संयोजक रमेश कुमार, मनोज लाकड़ा, पुष्पा बरदेवा एवं अमर भेंगरा प्रमुख थे। मौके पर पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों की स्थिति दयनीय है तथा आंदोलनकारियों के आश्रित विधवा पत्नी एवं यतीम बच्चों की स्थिति चिंतनीय है। झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारियों के संघर्ष, त्याग एवं बलिदान के बदौलत राज्य बने हैं जिनकी स्थिति अति दयनीय एवं उनके पारिवारिक विधवा पत्नी एवं यतीम बच्चों सहित की स्थिति चिंतनीय है।
उन्होंने कहा कि सरकार से मांग की जाती है कि अलग राज्य के मूल्यों को स्थापित करते हुए अलग राज्य के निर्माता दिशोम गुरु शिबू सोरेन सहित झारखंड अलग राज्य के आंदोलन के अमर पुरोधाओं को गजट नोटिफिकेशन कर झारखंड आंदोलनकारी के रूप में सम्मान देने तथा झारखंड आंदोलनकारियों को न्याय के साथ सम्मान एवं समाज में स्वाभिमान से जीने के अधिकार के तहत झारखंड आंदोलकारियों के राजकीय मान- सम्मान, अलग पहचान, बाल -बच्चों के रोजी, रोजगार एवं नियोजन की सौ प्रतिशत गारंटी करने एवं जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए सभी को सम्मान पेंशन राशि 50- 50 हज़ार रु. दे,15 लाख रुपए तक का समूह बीमा तथा 10 लाख रुपए तक का निशुल्क मेडिकल सुविधा का लाभ सपरिवार दे। यात्रा कूपन भी उपलब्ध कराया जाए।
उन्होंने कहा कि 3 जनवरी को मारंग गोमके जय पाल सिंह मुंडा को जंयती को झारखंड आंदोलनकारी दिवस तथा 11 जनवरी को दिशोम गुरु शिबू सोरेन की जयंती को महाजनी प्रथा विरोधी दिवस घोषित किया जाए। रांची दुमका मार्ग को दिशोम गुरु वीर शिबू सोरेन मार्ग किया जाए, रांची चाईबासा मार्ग को देवेंद्र मांझी मार्ग, रांची टाटा को शहीद निर्मल महतो पथ, रांची धनबाद मार्ग को बाबू विनोद बिहारी मार्ग, रांची गुमला मार्ग को सी पी तिर्की मार्ग, रांची लोहरदगा पथ को झारखंड आंदोलनकारी कमल किशोर भगत पथ, रांची हजारीबाग पथ को मंजूर हसन पथ एवं बिशुनपुर गुमला मार्ग को झारखंड आंदोलनकारी अजीत तिग्गा पथ के नाम से नामकरण किया जाए।
राज्य के प्रत्येक जिला में झारखंड आंदोलनकारी कॉरिडोर एवं शिला पट लिखवाया जाए। उपरोक्त के दौरान झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि के रूप में शैलेंद्र शर्मा,
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष शिबु काली माईति, मनोज कुमार महतो, दिवाकर साहू, कुलदीप ठाकुर, रमेश कुमार, रामसिंगार महतो, सत्यनारायण पातर मुंडा नागेंद्र नाथ महतो दिनेश्वर महतो नारायण महतो बृजेश महतो भागीरथ महतो,जयराम महतो मोतीलाल महतो, ऋषि महतो, दिनेश प्रसाद महतो, सुरेश सवासी, राजेंद्र पातर मुंडा, शिवनारायण पातर मुंडा, नीलकमल सिंह समेत बड़ी संख्या सदस्य गण शामिल रहे।