पत्रकार की गिरफ्तारी लोकतांत्रिक सिस्टम का गला घोंटने की साज़िश: बाबूलाल मरांडी

पत्रकार की गिरफ्तारी: BSPS राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पाण्डेय ने पांच सदस्यीय जांच समिती का गठन किया

संवाददाता
रांची: पुलिस द्वारा बिना वारंट और बिना किसी मुकदमे के पत्रकार तीर्थनाथ आकाश को गिरफ्तार किया है। यह केवल एक पत्रकार की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक सिस्टम का गला घोंटने की साज़िश है।उपरोक्त बातें झारखण्ड के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कही है।

सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए श्री मरांडी ने लिखा है कि “तीर्थनाथ आकाश ने जिस तरह लगातार सूर्या हांसदा के फ़र्ज़ी एनकाउंटर और रिम्स-2 में आदिवासी ज़मीन की लूट का सच सामने रखा, उसी से बौखलाई हेमंत सरकार ने यह कदम उठाया है। झारखण्ड सरकार ने अब खुलकर आदिवासी दमन का बीड़ा उठा लिया है। यह सरकार कॉरपोरेट दलालों के साथ मिलकर आदिवासियों की ज़मीन और खनिज लूट रही है।

और जो इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाएगा, उसका हश्र या तो फर्जी एनकाउंटर होगा या रात के अंधेरे में गिरफ़्तारी!यह लोकतंत्र पर हमला है, यह संविधान पर हमला है और यह आदिवासी अस्मिता पर हमला है। हेमंत सरकार अब जनता के सवालों से डरकर कलम और आवाज़ को कैद करने की नीति अपना चुकी है।”

वहीं देश के सबसे बड़े पत्रकार संघ भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पाण्डेय ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच समिती का गठन किया है।

जांच समिती में झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष संपूर्णा नंद भारती, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव विष्णु शंकर उपाध्याय, जगदीश सलूजा, प्रदेश महासचिव अभय लाभ एवं जितेंद्र ज्योतिषी को शामिल किया गया है। जांच समिती को अपनी रिपोर्ट 72 घंटों के अंदर सभी पक्षों से बात कर राष्ट्रीय कनेटी को सौंपने कहा गया है।

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