आजमगढ़ के चक्रपानपुर पीजीआई में प्रैक्टिस कर रही थी डाक्टर रिचा
सुनील बाजपेई
कानपुर। बर्रा में रहने वाली डॉक्टर रिचा की संदिग्ध परिस्थितियों मौत ने पुलिस को उलझा कर रख दिया है। वह समझ नहीं पा रही है कि मामला हत्या का है आत्महत्या या फिर हादसे का। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आशिक चोटों से यह मामला हत्या का ही प्रतीत होता है। पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है डॉक्टर रिचा की लाश गत दिवस तात्याटोपे नगर से होकर गुजरने वाले नाले में मिली थी।
प्राप्त विवरण के मुताबिक गुजैनी थाना क्षेत्र स्थित बर्रा 8 में रहने वाले बैंक से रिटायर राम निवास सिंह के परिवार में पत्नी शशि प्रभा, बेटी रिचा (33), धरा, तनु और बेटा ऋषभ है। परिजनों ने बताया कि रिचा आजमगढ़ के चक्रपानपुर पीजीआई में प्रैक्टिस कर रही थी।
ज्यादा पढ़ाई की वजह से रिचा बीते 10 साल से मानसिक तनाव में चल रही है। उसका फर्रुखाबाद के एक डॉक्टर से इलाज चल रहा था। रिचा एक बार ट्रेन से कूद कर सुसाइड करने की कोशिश कर चुकी है।
डॉ रिचा के परिजनों ने बताया कि एमबीबीएस करने के बाद आजमगढ़ के चक्रपानपुर पीजीआई से एमडी करने के बाद वहीं प्रैक्टिस कर रही थी। बीते दिसंबर 2022 में शादी के लिए लड़के वाले घर देखने आए थे। रिचा ने शादी से इंकार करने के साथ ही छत से छलांग लगा दी थी। जिसकी वजह से रीढ़ की हड्डी में फैक्चर हो गया था।
परिजनों द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के इसका लंबे समय से इलाज चल रहा था, रिचा की हालत में जब सुधार हुआ, तो वो आजमगढ़ प्रैक्टिस करने के लिए चली गई थी। इसके बाद 9 फरवरी को रूम के पास से गुजरने वाले नाले में छलांग लगा दी थी, किसी तरह से 10 फरवरी को आजमगढ़ से कानपुर लेकर लौटे थे।
टहलने की बात कह कर निकली थी
रिचा के भाई ने बताया कि 11 फरवरी को रिचा टहलने की बात कह कर निकली थी। इसके बाद घर नहीं लौटी, गुजैनी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसी के बाद रिचा का शव तात्याटोपे नगर से होकर गुजरने वाले नाले में शव मिला। एसीपी नौबस्ता के मुताबिक सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर मामले की जांच की जा रही है जिससे निकले निष्कर्ष के आधार पर ही अगली कार्रवाई की जाएगी।