रांची
श्री नायक ने आगे कहा कि सबसे दुख:द पहलू इस घटना की है कि वह रक्षा बंधन के दिन राखी बंधवा कर दिनांक 31/8/23 को ही अपने घर से लापता था ।
दिनांक 1/9/23 को सब घर वाले उसे खोजबीन अपने परिवार दोस्त के यहां करने लगे नही पता चलने पर दिनांक-2/9/23 को 11.30 बजे डोरंडा थाना में उसकी गुमशुदा एवं मिशींग लापता होने का केश थाना मे किया गया गाडी नम्बर JAH 01CN -1985 सहित जब सभी थाना में इसकी खबर हुइ तो दिनांक 2/9/सितंबर को बुटी थाना ने खबर किया कि यह गाडी का दुर्घटना दिनांक 31/8/23 को ही हुआ है ।
थाना जाने पर पता चला कि विनोद सिंह की मौत उसी दिन हो गई थी और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स मे अज्ञात व्यक्ति कर के कर दिया गया था जो बुटी थाना की कर्तव्यहिनता दर्शाता है जिसकी हम निंदा करते है ।
श्री नायक ने यह भी कहा कि सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि जब गाडी का नम्बर था तो उसको चेक कर उसका पता (एड्रेस)क्यो नही किया गया और उसके परिवार के लोगो को खबर क्यों नही किया गया अज्ञात व्यक्ति बना कर रिम्स अस्पताल में पोस्टमार्टम रूम में बिना डीप फिरजर का क्यों रखा गया ।
दुसरा प्रश्न यह की एक अखबार ने 3/9/23 को क्यों अखबार में छापा जबकि घटना 31/8/23 को ही घटी मान लेते है कि 1 ता: को नही छप पाया तो कम से कम 2 तारीख को छपना चाहिए था । थाना और अखबार तथा रिम्स ने अपना कर्तव्य नही निभाने के कारण विनोद सिंह के शव को खराब कर दिया गया और शव एकदम खराब हो गया था ।
शव इतना खराब हो गया था कि शव से बदबू आने लगा था आज उसकी हरमू मुक्ति धाम मे अंतिम संस्कार कर दिया गया ।
श्री नायक ने स्वास्थ्य मंत्री एंव रिम्स प्रबंधन से यह भी प्रश्न किया कि पोस्टमार्टम रूम का डीप फिरजर क्यों और कब से खराब है क्यों नही बनाया गया शव को सडने के लिए क्यों छोड दिया जाता है जिसकी जांच होनी चाहिए और दोषी पर कार्रवाई भी ।