आकाशीय बिजली/बज्रपात से बचाव हेतु जनसामान्य के लिए जारी किये गये आवश्यक दिशा-निर्देश।

एटा। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) सत्यप्रकाश ने बताया कि उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा आंधी-पानी के साथ आकाशीय बिजली/बज्रपात की घटनाऐं होने के दृष्टिगत आकाशीय विद्युत से कई लोगों के मरने एवं घायल होने के कारण जनहित में आवश्यक उपाय व सलाह अपनाने के निर्देश दिये गये है।

इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि आसमान में बिजली के चमकने/गरजने/कड़कने अथवा बज्रपात से बचने हेतु जनसामान्य को सुरक्षित पक्के मकानों में शरण लेनी चाहिए, घरों में बिजली उपकरणों, स्विचों, तारों और टेलीफोन का प्रयोग न करें, विद्युत सुचालक वस्तुओं से दूरी बनाये रखें, विद्युत उपकरणों को बिजली के सम्पर्क में न रखें, खिड़की के कांच, टिन की छत, गीले सामान और लोहे के हैंडलों से दूर रहने, दीवार के सहारे न खड़े होने व स्नान करने से रोकने की सलाह दी गयी है तथा घर से बाहर रहने की दशा में बज्रपात की दशा में तालाब व जलाशय आदि से दूर रहें, समूह में एकत्र न हो, धातु इत्यदि से दूरी बनाये रखें, बिजली के खंभे के समीप न खड़े हो, खुले वाहन में सवारी न करें, खुले जगह पर होने पर सिर को झुकाकर कान बंद कर लें।

इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि बज्रपात से सम्बन्धित जानकारी हेतु स्थानीय रेडियो व अन्य संचार साधनों से मौसम की जानकारी प्राप्त करते रहें, पीड़ित व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र अतिशीघ्र उपचार हेतु ले जाना चाहिए तथा वज्रपात के मामले में तात्कालिक कारण ह्दयघात होने पर जरूरी हो तो ’’संजीवन क्रिया, प्राथमिक चिकित्सा’’ देने से पूर्व सुनिश्चित कर लें कि प्रभावित व्यक्ति के शरीर से विद्युत का प्रभाव न हो रहा हो एवं पीड़ित व्यक्ति की नाड़ी व सांस चल रही हो। इसके अतिरिक्त उन्होंने जन सामान्य को अपने मोबाइल पर दामिनी एप प्ले स्टोर के माध्यम से डाउनलोड करने की सलाह दी है इस ऐप के माध्यम से बज्रपात होने के आधे घंटे पूर्व मोबाइल पर अलर्ट आ जाता है।

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