अलीगंज। अलीगंज क्षेत्र के ग्राम किनोडी खैराबाद में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचक निशा शास्त्री ने भगवान श्रीराम के जन्म का प्रसंग सुनाया। उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन और उनके आदर्शों को श्रद्धालुओं के समक्ष प्रस्तुत किया।

शास्त्री जी ने बताया कि कैसे राजा दशरथ और माता कौशल्या की तपस्या और आराधना के फलस्वरूप भगवान श्रीराम ने अयोध्या में जन्म लिया। कथा में भगवान राम के जीवन के कई महत्वपूर्ण प्रसंगों को भी श्रोताओं के समक्ष रखा गया, जिसमें भगवान श्रीराम के संस्कार, उनकी कर्तव्यपरायणता और उनके जीवन से मिलने वाले आदर्शों पर प्रकाश डाला गया। इस विशेष अवसर पर, ब्रद्धालुओं ने भगवान राम के जन्मोत्सव को दीप जलाकर कहा कि कलयुग में भागवत की कथा सुनने मात्र से हर प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही सभी जन्मों के पापों का नाश होता है।

धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला. यह भी बताया कि 84 लाख की योनियों में भटकने के पश्चात मानव शरीर की प्राप्ति होती है. जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है तब तक प्रभु का अवतार होता है. प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है. जब रावण का अत्याचार बढ़ा तब राम का जन्म हुआ। भागवत कथा एक ऐसी कथा है जिसे ग्रहण करने मात्र से ही मन को शांति मिलती है.
भागवत कथा सुनने से अहंकार का नाश होता है. वहीं गांव में चल रहे भागवत कथा सुनने पहुंचे कथा सुन भाव विभोर हो रहे थे। भागवत कथा को लेकर इलाके में भक्तिमय वातावरण का माहौल है। वही परीक्षित पारस यादव बने। प्रातः कथा प्रारंभ से पूर्व हवन यज्ञ किया जाता है। समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर राकेश कुमारी, रीना कुमारी, अखिलेश कुमारी, बबिता, सुखरानी सहित हजारों की संख्याओं में लोग मौजूद रहे।
दिलीप सिह मंडल ब्यूरो एटा उतर प्रदेश