वैश्विक स्तर पर टेलीफोन पर हुई प्रथम बातचीत की 148 वीं वर्षगांठ के अवसर पर राजकीयकृत उर्दू मध्य विद्यालय नरकट घाट, गुलजारबाग, पटना में विद्यालय के विज्ञान शिक्षक सूर्य कान्त गुप्ता के द्वारा कार्यक्रम आयोजित की गई।

पटना, दिनांक 10-3-2024

श्री गुप्ता ने वर्ग – 3 की अंग्रेजी की पाठ्य पुस्तक ब्लॉसम, पार्ट – 3 के अध्याय – 15 के पाठ ‘द फोन कॉल’ एवं वर्ग – 4 की अंग्रेजी की ही पाठ्य पुस्तक ब्लॉसम, पार्ट – 4 के अध्याय – 4 के पाठ ‘लेट मी डायल’ से जोड़ते हुए बताया कि आज के ही दिन 10 मार्च 1876 ई. को टेलीफोन के आविष्कारक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने पहला कॉल किया था।

यह फोन उन्होंने बगल के कमरे में बैठे अपने सहयोगी थॉमस वॉटसन को किया था। उन्होंने पहले कॉल में थॉमस वाटसन से कहा था कि ‘मिस्टर वाटसन कम हियर, आई वांट यू’ अर्थात ‘मिस्टर वाटसन यहां आइए, मैं आपसे मिलना चाहता हूं।’

इस एक फोन वार्ता ने सारी दुनिया की तस्वीर ही बदल डाली। इसने सूचना क्रांति ला दी। इसका विस्तृत रूप मोबाइल अब हर हाथों में है। भारत में इसके 6 साल बाद 1881-82 ई. में कोलकाता में टेलीफोन सेवा शुरू हुई।

पाठ को बच्चों के मन-मस्तिष्क में बैठाने के उद्देश्य से श्री गुप्ता ने एक तरफ ग्राहम बेल का चित्र तथा दूसरी तरफ वॉटसन का चित्र रखा तथा बच्चों को पुराने टेलीफोन को देते हुए बातचीत कराकर टेलीफोन से हुई प्रथम बातचीत की 148 वीं वर्षगांठ का डेमो करवाया।

मुस्कान खातून, किफा, आयशा परवीन, आतिफा परवीन, मदीहा परवीन, नसरीन खातून, सना खान, जाहिदा परवीन, इंशा परवीन, मन्तशा, रोशनी, रफत, साजिदा परवीन सहित उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं ने काफी उत्सुकता से कार्यक्रम में भाग लिया।

इस अवसर पर उपस्थित प्रधानाध्यापक एस इब्तेशाम हुसैन कासिफ, विद्या झा, अजीज फातिमा एवं सरफुद्दीन नूरी ने भी छात्र-छात्राओं के साथ महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा किया।

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