भ्रष्टाचार की वजह से नहीं होती कार्यवाही
डॉ.संजय त्रिपाठी
प्रबंध संपादक
नवयुग समाचार (दैनिक)

पब्लिक स्कूलों की अवैध वसूली और पैसा ऐंठने की आदत से अभिभावक वास्तव में परेशान हैं। कई स्कूलों में एडमिशन और रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर अवैध रूप से पैसे वसूले जा रहे हैं। कुछ स्कूलों में तो यह वसूली निर्धारित फीस से कई गुना अधिक होती है।
समस्या के कारण:
- निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली
- किताबों और यूनिफॉर्म के नाम पर अतिरिक्त शुल्क
- एडमिशन और रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर अवैध वसूली
- दिखावा और आकर्षित करने वाले कार्यक्रमों के नाम पर अवैध वसूली
सरकारी कार्रवाई:
- मध्य प्रदेश के जबलपुर में कलेक्टर ने तीन स्कूलों पर 33.78 करोड़ रुपये की अवैध फीस वसूली के लिए कार्रवाई की है।
- स्कूलों को छात्रों को फीस वापस करने और जुर्माना भरने का आदेश दिया गया है।
- उत्तर प्रदेश में भी आरटीई के तहत निजी स्कूलों द्वारा एडमिशन के नाम पर अवैध वसूली के मामले सामने आए हैं।
अभिभावकों के लिए सुझाव:
- निर्धारित फीस से अधिक वसूली करने वाले स्कूलों के खिलाफ शिकायत दर्ज करें।
- सरकारी अधिकारियों से संपर्क करें और कार्रवाई की मांग करें।
- अन्य अभिभावकों के साथ मिलकर स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाएं।
- संबंधित उच्चाधिकारियों तक आवाज पहुंचाएं ताकि अवैध वसूली करने वाले पब्लिक स्कूलों पर लग सके नकेल।
- कई बार अभिभावक जिम्मेदार अधिकारियों से इस बाबत बात करते हैं शिकायत करते हैं लेकिन संबंधित पब्लिक स्कूलों से मैनेज हो जाते हैं। इसलिए पूरी सतर्कता के साथ सही बात सही जगह पर पहुंचाने की जरूरत है ताकि सुचिता बनी रहे।