पूर्वी सिंहभूम में PM विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ। यह योजना कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत व सशक्त बनाएगी।

जमशेदपुर। भगवान विश्वकर्मा पूजा के पावन दिन एवं भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई दामोदरदास मोदी के जन्मदिन के शुभ दिन पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का पूर्वी सिंहभूम जिले में दिनांक 17 सितंबर 2023 दिन रविवार को शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर सिदगोड़ा स्थित बिरसामुंडा टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री मत्स्य पालन, पशुपालन व डेयरी मंत्रालय एवं सूचना- प्रसारण मंत्रालय एल मुरुगन, माननीय मंत्री बन्ना गुप्ता, माननीय सांसद विद्युत वरण महतो, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, डिविजनल कमिश्नर मनोज कुमार, निदेशक उद्योग अरवा राजकमल आदि शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत में सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ भेंट कर किया गया।

तत्पश्चात अंतिम व्यक्ति तक विकास का प्रकाश पहुंचाने के उदेश्य से मंचासिन सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

उप विकास आयुक्त मनीष कुमार ने अपने स्वागत भाषण में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल सभी गणमान्य अतिथियों, पदाधिकारिओं, मीडिया बंधुओं, कारीगरों समेत अन्य सभी उपस्थित लोगों का स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि यह योजना पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता और उन्नत उपकरण प्रदान करने के लिए शुरू की जा रही है।

योजना के लाभों की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि योजना के तहत लाभार्थियों को आधारभूत कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। योजना के अंतर्गत चलने वाले प्रशिक्षण के दौरान उन्हें 500 रुपये प्रति दिन का स्टाइपेंड दिया जायेगा।

प्रशिक्षण पूरा होने के बाद, उन्हें 15,000 रुपये का टूल किट दिया जाएगा। इसके अलावा, उन्हें पहले चरण में 1 लाख रुपये का ऋण और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये तक का ऋण 5 प्रतिशत ब्याज दर से दिया जायेगा। यह ऋण कोलेटरल फ्री ऋण के रूप में दिया जाएगा। साथ ही पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र उपलब्ध कराये जायेंगे।

योजना के अंतर्गत 18 पारंपरिक विधाओं में कार्य करने वाले कारीगर और शिल्पकार सम्मिलित है जिसमे कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, हथोडा और टूल किट बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, डालिया, चटाई, झाड़ू बनाने वाले, गुडिया और खिलौना बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, मछली का जाल बनाने वाले आदि।

निदेशक उद्योग अरवा राजकमल ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के बारे में बताते हुए कहा कि योजना के तहत कारीगरों को मुफ्त ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके उपरांत विश्वकर्मा आईडी कार्ड प्रदान किया जाएगा।

पहली ट्रेनिंग बेसिक ट्रेनिंग रहेगी जिसके दौरान 5 से 7 दिन का प्रशिक्षण दिया जायेगा। बेसिक ट्रेनिंग के उपरांत लाभुक 1 लाख रुपए तक का ऋण प्राप्त करने के योग्य रहेंगे। उसके उपरांत दूसरी ट्रेनिंग एडवांस्ड ट्रेनिंग रहेगी जिसके दौरान 15 दिन/120 घंटे का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस एडवांस्ड ट्रेंनिंग के उपरांत लाभुक 2 लाख रुपए तक का ऋण प्राप्त करने के योग्य होगा। योजना के तहत कारीगरों के उत्पादों को देशभर में विक्रय हेतु सहायता भी प्रदान की जाएगी।

कार्यक्रम में माननीय सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा के सम्मान में शुरू की जा रही प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक ऐतिहासिक योजना है। यह योजना भारत के पारंपरिक शिल्प और कारीगरों को नई पहचान दिलाएगी।

माननीय मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना व फूलो झानों योजना के अंतर्गत राज्य स्तर में उन्नत कार्य किया गया है उसी तरह इस योजना के तहत भी श्रेष्ठ कार्य कर जिले के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को विकास की नई ऊंचाईयों तक ले जाने में कार्य किया जायेगा।

माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन ने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों के लिए एक वरदान है। यह योजना उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और उनके कौशल को बढ़ाने में मदद करेगी। योजना के तहत 18 तरह के कामगारों को शामिल किया गया है।

उन्होंने बताया कि कामगारों के लिए सरकार ने इस योजना के तहत पांच साल (FY24-28) की अवधि के लिए 13,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है उन्होंने बताया कि डिजिटल ट्रांजेक्शन में हमारा देश अव्वल रहा है। इसी दिशा में कार्य करते हुए विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों को हर महीने अधिकतम 100 ट्रांजेक्शन के लिए हर ट्रांजेक्शन पर 1 रुपये प्रोत्साहन स्वरूप दिया जाएगा। सभी उत्पाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग उपलब्ध कराया जाएगा जिससे कि विक्रय क्षमता का अधिकतम विस्तार हो सके।

बताते चले की नई दिल्ली से प्रसारित लाइव कार्यक्रम को उपस्थित गणमान्यों, पदाधिकारीयों, कर्मियों और सभी कारीगरों द्वारा ध्यानपूर्वक देखा गया। यह लाइव प्रसारण नई दिल्ली के द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर से किया जा रहा था।

जिसमे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ किया गया इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पोर्टल, 18 कस्टमाइज्ड डिजिटल टिकट और टूलकिट ई–बुक का भी उद्घाटन किया गया।

माननीय प्रधानमंत्री के अभिभाषण में कारीगरों के लिए हितकारी, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तृत रूप बताया गया जिसको सुनकर सभी अभिभूत हुए। वहीं कार्यक्रम के अंत में उप विकास आयुक्त द्वारा सभी गणमान्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर आभार व्यक्त किया गया। अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम पीयूष सिन्हा ने अपना धन्यवाद ज्ञापन देते हुए आए सभी गणमान्य अतिथियों, पदाधिकारिओं, मीडिया बंधुओं, कारीगरों और कर्मियों का धन्यवाद दिया।

बिरसामुंडा टाउन हॉल परिसर में लगाए गए विभिन्न स्टॉल का भी अवलोकन किया गया। यहां जिले भर के कारीगरों द्वारा उनके कारीगरी की प्रदर्शनी की गई। प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प और कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं। तथा कार्यक्रम के समापन के पश्चात प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का सकुशल शुभारंभ किए जाने पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों द्वारा आकाश में बैलून उड़ाकर हर्ष व्यक्त किया गया।

विशेष संवाददाता धनंजय कुमार (7857826506) की रिपोर्ट।

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