उन्नाव: 50 से अधिक गांवों में सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से गरीब महिलाओं व लड़कियों को जागरूक कर बनाया आत्मनिर्भर
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बज्म ए ख्वातीन सामाजिक एवं शैक्षिक संस्था द्वारा फिरंगी महल, चौक, लखनऊ में आयोजित महिला सम्मेलन में संस्था द्वारा जनपद उन्नाव के पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय को ‘ नारी शक्ति सम्मान ‘ से सम्मानित किया गया। संस्था अध्यक्षा और कार्यक्रम की आयोजक बेगम शहनाज़ सिदरत ने कहा कि हमारे देश में बहुत से ऐसे पुलिस वाले हैं जिनके नेक कामों से पब्लिक के बीच पुलिस की छवि बदल रही है , जहां एक और अपराधियों के मन में वर्दी का खौफ है वहीं दूसरी ओर यही वर्दी समाज में बदलाव की कहानी लिख रही है ऐसे ही नेक दिल लोगों में से एक हैं महिला पुलिस सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय।
पुलिस सेवा के दायित्वों को बाखूबी निभाने के साथ सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए जनपद उन्नाव में तैनात पुलिस सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय को नारी शक्ति सम्मान से नवाजा गया है। इस अवसर सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय ने कहा कि महिलाएं मजबूत और आत्मनिर्भर बनने के लिए तालीम को जरिया बनाकर अपने बुलंद हौसले के दम पर अपने हुनर और सपनों को ऊँची उड़ान दे सकती हैं, परिवार, समाज और देश की तरक्की में अहम भूमिका निभा सकती हैं। पुलिस सब इंस्पेक्टर रीना पाण्डेय के साथ विभन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय और सराहनीय कार्य करने वाली सबा फाजिल, समीना मोइन, अनवर जहाँ, नजमा सिद्दीकी आदि महिलाओं को प्रतीक चिन्ह और सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। पुलिस वाली दीदी के नाम से लोकप्रिय उप निरीक्षक रीना पाण्डेय को विशेषकर गरीब महिलाओं की मदद करके आनंद मिलता है, इसलिए उनका प्रयास रहता है कि अधिक से अधिक गरीब महिलाओं को कानूनी जानकारी दी जाए और उनके अधिकार दिलाए जाएं । रीना पाण्डेय पिछले 25 वर्षों में 1 लाख से अधिक गरीब महिलाओं को जागरूक कर चुकी हैं। जरुरतमंद महिलाओं और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 50 से अधिक गांवों में सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सिलाई कढ़ाई केंद्र खुलवाकर सकड़ों महिलाओं को लाभ पहुंचा रही हैं। उप निरीक्षक रीना पाण्डेय द्वारा 10 गरीब बच्चियों को शैक्षिक अंगीकार किया गया है । गांव और कच्ची बस्तियों में समय समय पर आत्मरक्षा प्रशिक्षण , योग पाठशाला, व्यवहारिक कार्यशाला (केक, अचार मुरब्बा, कैंडल , सॉस , जैम , साबुन आदि बनाने का प्रशिक्षण) महिला स्वालंबन आदि सरोकार करने वाली रीना पाण्डेय लड़कियों को पढ़ाने के लिए उनके माता पिता को प्रोत्साहित करती हैं। कुछ महिलाएं अशिक्षित होने के कारण कानून के बारे में जानकारी नहीं रखती, इसलिए उनका प्रयास रहता है कि अधिक से अधिक महिलाओं को कानून के बारे में जानकारी दी जाए और उनके अधिकारों की रक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि कुछ महिलाएं आर्थिक स्थिति के चलते कानूनी मदद लेने में सक्षम नहीं होती, इसलिए वे ऐसी महिलाओं की मदद करती है, जो बेहद गरीब हैं। वे अपने पति पुलिस सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व की प्रेरणा और सहयोग से गरीबों की मदद के लिए आगे बढ़ रही हैं। रीना पाण्डेय को इससे पहले भी देश प्रदेश की कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है कार्यक्रम का संचालन नशत हयातुल्लाह ने किया।