एसडीएम ने बीआरसी व कंपोजिट विद्यालय का किया निरीक्षण, परखी गुणवत्ता

बच्चों से पूछे प्रश्न, पढ़ाया पाठ, कमजोर बच्चों के सुधार के दिये निर्देश

अलीगंज। उप जिलाधिकारी अलीगंज द्वारा बीआरसी और पीएमश्री कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान स्कूली बच्चों से वार्ता कर शैक्षिक पाठ पढ़ाया साथ ही मिड डे मील, शौचालय व साफ सफाई की व्यवस्थाओं को देखा गया जो संतोषजनक पाया गया।

विकासखंड अलीगंज क्षेत्र के बीआरसी व पीएमश्री कंपोजिट विद्यालय का एसडीएम जगमोहन गुप्ता ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम ने शिक्षकों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन, शिक्षा की गुणवत्ता का जायजा लिया।

यहां उन्होंने बच्चों का ज्ञान परखने के लिए गुणा, भाग, जोड़, घटाव के साथ ही अंग्रेजी विषय से सम्बंधित सवाल पूछे। एसडीएम यहां शिक्षक की भूमिका में नजर आए। बच्चों द्वारा सवाल का सही जवाब देने पर एसडीएम ने शिक्षकों की सराहना करते हुए कमजोर बच्चों को सुधारने के लिए प्रयास करने को कहा है।

साथ ही बच्चों को समय से स्कूल आने और मन लगाकर पढ़ने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय मे बच्चों की उपस्थिति थोड़ी कम पाई गई। जिसमें सुधार हेतु संबंधित शिक्षकों को निर्देश दिए। उपजिलाधिकारी ने बच्चों से मध्यान्ह भोजन के बारे में भी जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान मध्याह्न भोजन बनता पाया गया। रसोइयों को एसडीएम ने साफ़ सुथरा भोजन पकाने के निर्देश दिए। वहीं एसडीएम द्वारा शौचालय पानी की सुविधा व साफ सफाई को भी देखा गया जो संतोषजनक पाया गया। उक्त मौके पर कायाकल्प प्रभारी सत्य प्रताप सिंह राठौड़, प्रधानाचार्य उषा देवी, शिक्षक सवनूर, साधना सक्सेना, नीलम, निशा यादव, प्रिया दीक्षित, रिंकी आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

एसडीएम अलीगंज जगमोहन गुप्ता ने बताया कि बीआरसी कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान बच्चों की उपस्थिति थोड़ी कम पाई गई नामांकन सही पाए गए। इस दौरान शिक्षकों को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए पेरेंट्स मीटिंग के दौरान अभिभावकों को संतृप्त करने के लिए कहा गया।

कमजोर बच्चों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए और साथ ही सभी बच्चे ड्रेस में स्कूल में आए। बच्चों को और भी प्रभावी ढंग से पढ़ाया जाए जिससे बच्चों में शिक्षा के स्तर पर विकास हो सके। दिव्यांग शौचालय नहीं बना है जिस संबंध में विभाग से बात की गई जो निकाय हैं उस से दिव्यांग शौचालय बनाया जाएगा। कायाकल्प के तहत संतृप्त होने का मानक है विभाग से बात हो गई है।

दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश

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