गोंडा। जिले के छपिया थाने में एक पीड़ित को चौबीस घंटे तक बैठाए रखने का मामला प्रभारी निरीक्षक रामसमुझ प्रभाकर के लिए भारी पड़ गया। इस घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक के हस्तक्षेप और उच्च अधिकारियों से हुई वार्ता के परिणामस्वरूप रामसमुझ प्रभाकर को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया गया। उनकी जगह नए प्रभारी निरीक्षक के रूप में बिंदेश्वरी मणि त्रिपाठी को नियुक्त किया गया है।
वहीं रामसमुझ प्रभाकर को अपराध शाखा भेजा गया है। बताया जा रहा है कि रामसमुझ प्रभाकर को छपिया थाने में प्रभारी निरीक्षक के रूप में नियुक्त हुए अभी एक महीना भी पूरा नहीं हुआ था, लेकिन इस घटना ने उनकी कार्यशैली पर सवाल उठा दिए। पीड़ित को इतने लंबे समय तक थाने में बैठाए रखने की शिकायत ने स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों में आक्रोश पैदा कर दिया। क्षेत्रीय विधायक ने इस मामले को गंभीरता से लिया और उच्च पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर त्वरित कार्रवाई की मांग की।
सूत्रों के अनुसार, पीड़ित की शिकायत पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई,जिसके चलते मामला तूल पकड़ गया। उच्च अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करते हुए रामसमुझ प्रभाकर को हटाने का फैसला लिया। नए प्रभारी निरीक्षक बिंदेश्वरी मणि त्रिपाठी ने पदभार ग्रहण कर लिया है और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि थाने में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी। इस घटना ने पुलिस और जनता के बीच विश्वास को लेकर चर्चा छेड़ दी है।