आज आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने आज भोगनाडीह मे हुए उपद्रव का भाजपा कनेक्शन आने एवं भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी सुधीर कुमार और उनके साथी गणेश मंडल के गिरफ्तरी होने पर आज अपने प्रतिक्रिया मे कही । इन्होने यह भी कहा कि भाजपाई लोग धोती-साड़ी के साथ हथियार बांटकर झारखंड की शांति, एकता और अस्मिता पर जहरीली, घृणित और राष्ट्र-विरोधी मानसिकता से रौंदने का जघन्य अपराध किया है जो माफी योगय नही है ।
श्री नायक ने आगे कहा कि झारखंड की पवित्र धरती पर हूल दिवस, जो शहीद सिदो-कान्हू के अमर बलिदान और आदिवासी स्वाभिमान का अटूट प्रतीक है, उसे भाजपा के एक नीच, सांप्रदायिक और समाज-विनाशक नेता ने अपनी जहरीली, घृणित और राष्ट्र-विरोधी मानसिकता से रौंदने का जघन्य अपराध किया है। साहिबगंज के भोगनाडीह में, जब पूरा झारखंड अपने शहीदों को श्रद्धा-सुमन अर्पित कर रहा था, तब भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी सुधीर कुमार और उनके साथी गणेश मंडल ने धोती-साड़ी के साथ हथियार बांटकर झारखंड की शांति, एकता और अस्मिता पर खुलेआम युद्ध छेड़ दिया।

यह घिनौना कृत्य शहीदों की शहादत पर कालिख पोतने, आदिवासी गौरव को चूर-चूर करने और सामाजिक सद्भाव को जड़ से उखाड़ने की नापाक साजिश है जिसे बर्दाश्त नही किया जाऐगा ।
श्री नायक ने आगे कहा कि गोड्डा पुलिस ने इस नीच और देशद्रोही कृत्य पर तत्काल कार्रवाई करते हुए सुधीर कुमार और गणेश मंडल को गिरफ्तार किया, जिनके पास से तीन देसी कट्टे और कपड़े बरामद हुए। जांच में साफ हुआ कि ये दोनों 20 जून से साहिबगंज और आसपास के क्षेत्रों में ग्रामीणों को भड़काने, हिंसा की आग लगाने और समाज को खंड-खंड करने की गहरी और सुनियोजित साजिश रच रहे थे। यह घटना भाजपा की उस कुत्सित, नफरत भरी और समाज को तबाह करने वाली मानसिकता को पूरी तरह नंगा करती है, जो झारखंड की सांस्कृतिक विरासत, आदिवासी गौरव और सामाजिक एकता को मिटाने के लिए किसी भी घृणित हद तक गिर सकती है।
हूल दिवस जैसे पवित्र अवसर पर हथियार बांटकर अशांति और हिंसा भड़काने की यह घृणित हरकत भाजपा की उस गंदी, सांप्रदायिक और खूंखार राजनीति का काला चेहरा है, जो सत्ता के लालच में शहीदों के खून को नीलाम कर, झारखंड को हिंसा और नफरत की भट्टी में झोंकने को तैयार है। यह कृत्य साबित करता है कि भाजपा का असली चेहरा नफरत, हिंसा और देशद्रोह का है, और यह झारखंड की शांति, एकता और गौरव का सबसे बड़ा दुश्मन है।
हम इस जघन्य, देशद्रोही और समाज को तबाह करने वाले अपराध की तीखे, कठोर और आक्रामक शब्दों में निंदा करते हैं और निम्नलिखित राज्य के पूलिस महानिदेशक झारखंड से मांग करते हैं कि
- दोषियों को तत्काल ऐसी कठोरतम सजा दी जाए कि शहीदों की शहादत का अपमान करने वालों की सात पुश्तें भी सबक लें।
- इस साजिश की जड़ों तक पहुंचकर पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो, और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की इस घिनौने कृत्य में संलिप्तता की गहराई से जांच हो।
- भाजपा इस नीच और देश-विरोधी कृत्य के लिए झारखंड की जनता के सामने घुटने टेककर माफी मांगे और अपनी सांप्रदायिक, हिंसक और समाज-विरोधी नीतियों को हमेशा के लिए कब्र में दफन कर दे।
श्री नायक ने झारखंड की गौरवशाली, जागरूक और एकजुट जनता से आह्वान किया हैं कि वे इस नापाक, घृणित और समाज-विनाशक साजिश को पूरी तरह कुचल दें। शहीदों के सम्मान में एकजुट होकर सामाजिक एकता की अटूट दीवार खड़ी करें। भाजपा की इस नीच, नफरत भरी और देशद्रोही हरकत को हर मंच पर बेनकाब करें। यह संदेश पूरे झारखंड में गूंजना चाहिए ताकि झारखंड की धरती पर नफरत, हिंसा और देशद्रोह की कोई जगह नहीं मिल सके । शहीदों का अपमान करने वालों को इस धरती का हर कण, हर पत्ता और हर नागरिक ऐसा सबक सिखाएगा कि उनकी रूह भी कांप जाएगी।