मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवा उद्यमियों को
हल्दी प्रोसेसिंग हेतु प्रतीकात्मक चेक तथा बच्चों का सुहेलदेव
जी के नाम पर नामकरण एवं अन्नप्राशन किया
बहराइच मेडिकल कॉलेज का नाम महाराजा सुहेलदेव के नाम पर तथा सम्बन्धित चिकित्सालय का नाम महाराजा सुहेलदेव के गुरु बालार्क ऋषि के नाम पर रखा गया

प्रदेश सरकार द्वारा जनपद आजमगढ़ में स्थापित राज्य
विश्वविद्यालय का नामकरण महाराजा सुहेलदेव के नाम पर किया गया
अब बहराइच में महाराजा सुहेलदेव और बालार्क ऋषि के नाम पर आयोजन होगा, इस मण्डल का प्रमुख आयोजन आदि शक्ति माँ पाटेश्वरी के नाम पर होगा
प्रदेश सरकार बदायूं में वीरांगना अवंतीबाई की बड़ी अश्वारोही
प्रतिमा, लखनऊ में वीरांगना ऊदादेवी व गोरखपुर में वीरांगना
झलकारीबाई की भव्य प्रतिमा की स्थापना करने जा रही
महाराजा सुहेलदेव स्मृति न्यास द्वारा प्रकाशित की
गयी पत्रिका को लोगां तक पहुंचाया जाना चाहिए
लखनऊ में महाराजा बिजली पासी का भव्य स्मारक बनेगा
विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप देकर महाराजा
सुहेलदेव के सम्बन्ध में शोध के लिए प्रेरित किया जाए
1,243 करोड़ रु0 से अधिक लागत की 384 विकास
परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
विदेशी आक्रान्ताओं का महिमामण्डन बन्द होना चाहिए
और राष्ट्रनायकों का सम्मान होना चाहिए : मुख्यमंत्री
आज से लगभग 1,000 वर्ष पूर्व महाराजा सुहेलदेव ने
विदेशी आक्रान्ताओं को जवाब देकर मिसाल प्रस्तुत की
प्रधानमंत्री जी के संकल्प के अनुरूप राष्ट्रनायकों के सम्मान के लिए
डबल इंजन सरकार ने महाराजा सुहेलदेव का भव्य स्मारक बनाया

लखनऊ : 10 जून, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज से लगभग 1,000 वर्ष पूर्व महाराजा सुहेलदेव ने विदेशी आक्रान्ताओं को जवाब देकर मिसाल प्रस्तुत की, लेकिन उन्हें इतिहास में जो सम्मान मिलना lचाहिए था, वह नहीं मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प के अनुरूप राष्ट्रनायकों के सम्मान के लिए डबल इंजन सरकार ने महाराजा सुहेलदेव का भव्य स्मारक बनाया है। मुख्यमंत्री आज चित्तौरा, जनपद बहराइच में चक्रवर्ती सम्राट राष्ट्रवीर महाराजा सुहेलदेव के विजय दिवस पर महाराजा सुहेलदेव स्मारक के लोकार्पण तथा स्मारक परिसर में महाराजा सुहेलदेव की 40 फीट ऊंची नवीन प्रतिमा का अनावरण करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने स्मारक परिसर में कराए गए विकास कार्यों का अवलोकन किया तथा महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 1,243 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 384 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 511.82 करोड़ रुपये लागत की 272 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 731.54 करोड़ रुपये लागत की 112 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवा उद्यमियों को हल्दी प्रोसेसिंग हेतु प्रतीकात्मक चेक प्रदान किये तथा बच्चों का सुहेलदेव जी के नाम पर नामकरण एवं अन्नप्राशन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी आक्रान्ताओं का महिमामण्डन बन्द होना चाहिए और राष्ट्रनायकों का सम्मान होना चाहिए। प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार विरासत एवं विकास के अभियान को आगे बढ़ाते हुए चित्तौरा में यह कार्यक्रम सम्पन्न कर रही है।
यह कार्यक्रम महापुरुषों के प्रति सम्मान की एक अभिव्यक्ति है। बहराइच के मेडिकल कॉलेज का नाम महाराजा सुहेलदेव के नाम पर तथा सम्बन्धित चिकित्सालय का नाम महाराजा सुहेलदेव के गुरु बालार्क ऋषि के नाम पर रखा गया है। प्रदेश सरकार द्वारा जनपद आजमगढ़ में स्थापित राज्य विश्वविद्यालय का नामकरण भी महाराजा सुहेलदेव के नाम पर किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1,000 वर्ष पूर्व 10 जून, 1034 को महाराजा सुहेलदेव ने चित्तौरा की भूमि पर अपने शौर्य एवं पराक्रम का परिचय दिया था।
उन्होंने एक विदेशी आक्रान्ता सैयद सालार मसूद गाजी, जो गजनी से 03 लाख की सेना लेकर भारत को लूटने के लिए चला था, को रोकने के लिए अपनी कूटनीति के माध्यम से मथुरा से लेकर बहराइच तक कई बाधाएं खड़ी की थी। विदेशी आक्रान्ता की आधी सेना रास्ते में ही समाप्त हो चुकी थी। महाराजा सुहेलदेव के 25,000 सैनिकों तथा विदेशी आक्रान्ता की डेढ़ लाख की सेना के बीच इसी चित्तौरा में युद्ध हुआ।

जिसमें महाराजा सुहेलदेव की सेना विजयी हुई। सैयद सालार मसूद गाजी पकड़ा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने महाराजा सुहेलदेव के साथ युद्ध में भाग लिया तथा विदेशी आक्रान्ताओं से भारत के धर्म, धरा एवं संस्कृति को बचाने का कार्य किया था, उन लोगों को पददलित कर बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर दिया गया था। पूर्ववर्ती सरकारों को महापुरुषों की चिंता नहीं थी। डबल इंजन सरकार राष्ट्रनायकों का सम्मान करती है और उनकी जयंती का आयोजन करती है। सालार मसूद गाजी एक आक्रान्ता था।
आक्रान्ता के लिए मेले का आयोजन गुलामी की मानसिकता को अपनाना है। प्रधानमंत्री ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर पंचप्रण की प्रेरणा दी थी। महाराजा सुहेलदेव के स्मारक की स्थापना अपनी विरासत का सम्मान और गुलामी की मानसिकता से मुक्ति भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भव्य स्मारक की स्थापना के साथ ही, लगभग 1,250 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात भी बहराइचवासियों को प्राप्त हो रही है। इनमें कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन सहित विभिन्न विकास परियोजनाएं हैं। आज यहां बहराइच के लिए बाईपास के निर्माण कार्यों का भी शिलान्यास हो रहा है।
बहराइच की कनेक्टिविटी को और अच्छा बनाने का कार्य हो रहा है। बहराइच में विभिन्न पुलों का शिलान्यास भी संपन्न हुआ है। तकनीकी संस्थानों का शुभारम्भ भी होने जा रहा है। स्वास्थ्य केन्द्रां की स्थापना एवं हर घर जल पहुंचाने की योजना, बाढ़ से बचाव कार्यक्रम के साथ अन्य विभिन्न योजनाओं के कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से केवड़िया, गुजरात में लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा की स्थापना करायी है। महाराजा सुहेलदेव के विजय उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
अब बहराइच में महाराजा सुहेलदेव और बालार्क ऋषि के नाम पर आयोजन होगा। इस मण्डल का प्रमुख आयोजन आदि शक्ति माँ पाटेश्वरी के नाम पर होगा। महाराजा सुहेलदेव प्रतिदिन मां पाटेश्वरी देवी के दर्शन के लिए जाया करते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बहराइच में महाराजा सुहेलदेव के भव्य स्मारक की भांति लखनऊ में महाराजा बिजली पासी का भव्य स्मारक बनाने जा रहे हैं। महाराजा बिजली पासी ने विदेशी आक्रान्ताओं के साथ युद्ध करते हुए उन्हें धूल धूसरित करने का कार्य किया था। 1857 की क्रान्ति में चार वीरांगनाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था। महारानी लक्ष्मीबाई, वीरांगना अवंतीबाई, वीरांगना झलकारी बाई और वीरांगना ऊदादेवी ने अंग्रेजों के दांत खट्टे किए थे।
महारानी लक्ष्मीबाई के नाम पर झांसी के विश्वविद्यालय एवं मेडिकल कॉलेज का नामकरण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम पर डबल इंजन सरकार ने बदायूं में महिला पी0ए0सी0 बटालियन का गठन किया है। प्रदेश सरकार वहां महारानी अवंतीबाई की बड़ी अश्वारोही प्रतिमा लगाने जा रही है। वीरांगना ऊदादेवी के नाम पर लखनऊ में महिला पी0ए0सी0 बटालियन के गठन की कार्यवाही चल रही है। इसका लगभग 35 से 40 प्रतिशत कार्य हो चुका है।
वीरांगना ऊदादेवी पासी की एक भव्य प्रतिमा की स्थापना भी लखनऊ में करने जा रहे हैं। वीरांगना झलकारीबाई के नाम पर महिला पी0ए0सी0 का गठन गोरखपुर में किया जा रहा है। वीरांगना झलकारीबाई के नाम पर वहां पर एक भव्य प्रतिमा की स्थापना भी प्रदेश सरकार करने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने बाबा साहेब डॉ0 भीमराव आंबेडकर से जुड़े पंचतीर्थ का विकास कराया है।
इन पंचतीर्थ के साथ ही, बाबा साहब से जुड़े अन्य स्थलों को सम्मान मिले, इस दृष्टि से जनपद लखनऊ में एक भव्य सांस्कृतिक केन्द्र एवं स्मारक का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है। इस वर्ष के अंत तक यह स्मारक बनकर तैयार हो जाएगा। इसमें अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों को छात्रवृत्ति की व्यवस्था दी जाएगी। वाराणसी के सीर गोवर्धनपुर में संत रविदास की जन्मभूमि में भव्य स्मारक का निर्माण एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रधानमंत्री के निर्देशन में पूरा हुआ है। हम सभी तक भगवान राम को पहुंचाने वाले त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि की साधना भूमि लालापुर में उनके आश्रम के सौन्दर्यीकरण का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
प्रयागराज में जहां पर निषाद राज ने भगवान श्रीराम, माँ जानकी एवं लक्ष्मण जी को गंगा नदी पार कराई थी, उस स्थान पर एक भव्य स्मारक निर्मित किया जा चुका है। आज अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन चुका है तथा मंदिर में भगवान श्रीराम का भव्य दरबार भी सज चुका है। हम अयोध्या को दुनिया की सुन्दरतम नगरी बना रहे हैं। इसी प्रकार नैमिषारण्य भी सुन्दर नगरी बन रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्तौरा में अगले वर्ष से तीन दिवसीय भव्य आयोजन महाराजा सुहेलदेव की स्मृति में आयोजित किया जाना चाहिए।
महाराजा सुहेलदेव स्मृति न्यास द्वारा प्रकाशित की गयी पत्रिका को लोगां तक पहुंचाया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप देकर महाराजा सुहेलदेव के सम्बन्ध में शोध के लिए प्रेरित किया जाए। एक अच्छी लाइब्रेरी का निर्माण किया जाए, जिससे आने वाले समय में महाराजा सुहेलदेव सहित राष्ट्रनायकों के नाम को इतिहास के पन्नों से गायब करने का दुस्साहस कोई न कर सके।
हम सभी को बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर द्वारा संविधान के माध्यम से दिए गए कर्तव्यों की शिक्षा का पालन करते हुए और प्रधानमंत्री के संकल्पों को अपने जीवन में अंगीकार करते हुए ‘विकसित भारत एवं आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना को साकार करना है। कार्यक्रम को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।