किला मजदूर यूनियन के महामंत्री समीर बाजपेई साथियों संग पहुंचे सिद्धपीठ मां मुक्तेश्वरी के दरबार।

मूसा नगर( उत्तर प्रदेश)। चैत्र नवरात्रि की अष्टमी के बाद अंतिम दिन दुर्गा नवमी पर कानपुर देहात के कस्बे मूसा नगर में यमुना नदी के तट के समीप स्थित आदि शक्ति स्वरूपा मां मुक्तेश्वरी के मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी । त्रेता युग का इतिहास समेटे माता मुक्तेश्वरी देवी का मंदिर लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है।पौराणिक मान्यताओं और आस्थाओं के अनुसार माता सती का मुकुट यहीं पर गिरा था।

इसलिए इसी स्थान पर गर्भगृह है और माता मुक्तेश्वरी के नाम से यह स्थान प्रसिद्ध हुआ। त्रेता युग में भी इस स्थान का उल्लेख है। इस स्थान को राजा बलि की नगरी के नाम से भी जाना जाता है मान्यता है कि त्रेता युग में ही राजा बलि ने मां मुक्तेश्वरी का मंदिर बनवाया था।

यहीं पर राजा बलि ने एक अश्वमेध यज्ञ और 99 अन्य यज्ञ किए। लेकिन 100 वा यज्ञ पूर्ण नहीं हो सका। वरना साक्षात पितृ तीर्थ बन जाता। माता गुफा में विराजित है। भक्त मंदिर के आंगन से गुफा में प्रवेश कर दर्शन पूजन कर परिक्रमा करते हुए आते हैं।

साल में दो बार नवरात्रि और कार्तिक पूर्णिमा पर यहां बहुत बड़ा मेला लगता है। यमुना नदी के तट पर ऊंचे टीले पर सती का मुकुट गिरने के कारण यह सिद्धपीठ बन गया। मंदिर का वर्णन कानपुर का इतिहास पुस्तक में भी मिलता है। यह 6यह भी मान्यता है कि मां मुक्तेश्वरी के प्रतिमा दिन में तीन बार अपना रंग बदलती है।

नवरात्रि के अंतिम दिन नवमी पर सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारे लगी रहीं। देर शाम तक मां मुक्तेश्वरी के दर्शनों के लिए दूर दूर से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना पूर्ण होती है। कानपुर नगर के फूलबाग में स्थित आयुध उपस्कर निर्माणी (ओईएफ) की किला मजदूर यूनियन के महामंत्री समीर बाजपेई ने भी साथियों संग मूसा नगर में मां मुक्तेश्वरी के मंदिर में मत्था टेका और मंत्रों के उच्चारण के साथ मां मुक्तेश्वरी की पूजा अर्चना की।

उन्होंने इस अवसर पर मां मुक्तेश्वरी से सभी की सुख- समृद्धि की कामना करी। इस अवसर पर यूनियन महामंत्री समीर बाजपेई ने कहा कि वे प्रतिवर्ष चैत्र और शारदीय नवरात्रि पर मां मुक्तेश्वरी के दर्शनों के लिए आते हैं।

इस पौराणिक स्थल पर आकर आत्मीय शांति का अनुभव होता है। मां मुक्तेश्वरी की महिमा अपरंपार है। उन्होंने मांग करी कि गजनेर चौराहे से मूसा नगर को आने वाली खस्ताहाल और जर्जर सड़क को बनवाने के साथ उसका चौड़ीकरण किया जाए। जिससे भक्तों को मां मुक्तेश्वरी मुक्तेश्वरी के दरबार पहुंचने में दिक्कत न हो।

साथ ही मंदिर को कॉरिडोर के रूप में स्थापित करना चाहिए। महामंत्री समीर बाजपेई के साथ हरिश्चंद्र, संजय गुप्ता, राहुल वर्मा, डालचंद्र, विजय पाल, ऋषि महेश्वरी, अनुराग अग्निहोत्री,मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र तिवारी आदि रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *