जमशेदपुर, मानगो की डॉली सिंथिया तिर्की ने मिसेज इंडिया-2024 कांटेस्ट में थर्ड रनरअप बनकर अपना व शहर का नाम रोशन किया है। दरअसल डॉली को शादी से पहले मिस इंडिया बनने की चाहत थी परंतु करियर के चलते उस मुकाम को हासिल नहीं कर पाई। शादी के 10 साल बाद जब मिसेज इंडिया बने का मौका मिला तो इन्होंने इस मौका को जाया नहीं होने दिया। श्रीमती डॉली ने अपनी जीत पर कहा; यह मेरे लिए गर्व और खुशी का पल है जो कि मेरे परिवार (ससुराल व मायके) के प्यार और स्नेह के संगम से संभव हो पाया है। उक्त सफलता पर अपनी बड़ी ननद ममता तिर्की के बारे में बताया कि मेरी ननद मेरे लिए एनर्जी हाउस की तरह है।
उन्होंने बताया कि यह खिताब सिर्फ मेरा नहीं बल्कि हर उस महिला का है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत करती है। हमने उक्त मंच का उपयोग महिलाओं को प्रेरित करने के लिए किया है यह जीत महिलाओं के बदलते सामाजिक और पेशेवर भूमिकाओं का प्रतीक है। बताते चले की रविवार के दिन यह कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली में 22 प्रतिभागियों के बीच किया गया था जिसमें डॉली सिंथिया तिर्की बनीं मिसेज इंडिया 2024 की तीसरी रनरअप। विदित हो कि यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता डीके पीजेंट प्राइड ऑफ इंडिया द्वारा नई दिल्ली में आयोजित की गई थी।
प्रतियोगिता में उनकी शानदार प्रस्तुति, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व ने जजों व दर्शकों का दिल जीत लिया। ग़ौरतलब हो कि यह प्रतियोगिता केवल बाहरी सुंदरता तक सीमित नहीं होती बल्कि इसमें विवाहित महिलाओं की बुद्धिमत्ता, आंतरिक शक्ति और समाज में उनके योगदान को भी सराहा जाता है। शादी के 10 साल बाद एक व्यवसायी और एक बच्चे की मां होने के नाते, श्रीमती डॉली ने साबित किया कि महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं। मानगो रोड नंबर चार की रहने वाली डॉली के पति निखिल प्रभात संतोष तिर्की पोस्टल सर्विसेज में कार्यरत है।
डॉली ने एडीएल सनसाइन से स्कूलिंग और वीमेंस कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई की है। वह अपना स्टार्ट अप संचालित करती हैं। उनका मानगो में ही अपना फूड कॉर्नर है जिसमें परिवार के लोगों का साथ होता है। श्रीमती डॉली के सासू मां डॉ. इमलिन तिर्की ने बताया कि मेरे दो बेटे और दो बेटियां हैं दोनों बेटियां मैनेजरशिप में हैं। शादी से पूर्व मेरे छोटे बेटे ने एक दुर्घटना में अपना पैर गवा दिया इसके बावजूद डोली ने मेरे बेटे को अपनाया और अभी मिसेज इंडिया 2024 में तीसरा स्थान प्राप्त कर हम सभी को गौरवान्वित कर दिया है।