– पुलिस को भ्रमित करने में हत्या आरोपियों ने अब तक नहीं रखी कोई कसर
– हत्या की वजह प्रेम प्रसंग से जुड़ी या फिर फिरौती के लिए अपहरण से यह अभी तक स्पष्ट नहीं
सुनील बाजपेई
कानपुर। बहुचर्चित कुशाग्र कनोडिया .हत्याकांड की वजह की गुत्थी लगातार उलझती जा रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हत्या की वजह प्रेम प्रसंग से जुड़ी है या फिर .फिरौती के लिए अपहरण से।
वहीं पुलिस भी घटना की चर्चा पहुंचने का अथक प्रयास करने के साथ ही गहन परीक्षण और प्रति परीक्षण के भी कार्य में जुटी हुई है।
इस पूरे प्रकरण को पुलिस उपायुक्त मध्य एवं संयुक्त पुलिस आयुक्त क़ानून व्यवस्था अपनी निगरानी व् पर्यवेक्षण में संपूर्ण केस डायरी का लिखा जाना भी सुनिश्चित किए हुए हैं।
मामले की जादुई गहन जांच पड़ताल के बीच घटना के उद्देश्य को पूरी तरह से स्पष्ट करने के लिए ना केवल आरोपियों को रिमांड पर लेना बल्कि धमकी देकर वसूली करने के पत्र पर हस्त लेख का मिलान अभियुक्त के नमूना हस्तलेखन से कराने की तैयारी पहले ही कर ली गई थी। चल रही विवेचना में कोई भी कसर बाकी नहीं रखते हुए सीसीटीवी फ़ुटेज में दिख रही स्कूटि एक्टिवा का बरामद की गई एक्टिवा से वैज्ञानिक परीक्षण और मिलान भी कराया जाएगा। जहां तक कुशाग्र को ट्यूशन पढ़ने वाली हत्यारोपी युवती उसके कथित प्रेमी तथा एक अन्य साथी से पूछताछ से निकले निष्कर्ष के आधार पर यही प्रतीत होता है कि सभी आरोपियों ने घटना की सही वजह बताने की संदर्भ में पुलिस को बरगलाने में अब तक कोई कसर बाकी नहीं रखी है। यही यही वजह है कि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस बहुचर्चित अपहरण हत्याकांड की वजह ट्यूशन पढ़ने वाली पकड़ी गई युवती और कुशाग्र के बीच किसी तरह के कथित प्रेम संबंध से जुड़ी है या फिर गिरफ्तार किए गए अपने प्रेमी के साथ मिलकर फिरौती के लिए पहले अपहरण और फिर भेद खुलने के भय हत्या की घटना को अंजाम देने से |
याद रहे कि पांच दिन यहां 30 लाख रुपए फिरौती की मांग नहीं पूरी करने पर कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के 16 वर्षीय अपहृत बेटे कुशाग्र कनोडिया की हत्या कर दी गई ,जिसमें पुलिस ने एक युवती, उसके कथित प्रेमी व एक अन्य को गिरफ्तार किया है।