अलीगंज- झोलाछाप चिकित्सकों से कई घटनाएं होने के बाद इन पर पूर्ण रूप से अंकुश नहीं लग पा रहा है।कई झोलाछाप घरों में बैठकर लोगों का उपचार कर उनकी जान से खिलवाड कर रहे है। ऐसा ही एक मामला अलीगंज में प्रकाश में आया है, जहां पर आशा कार्यकत्री ने एक झोलाछाप महिला चिकित्सक से गर्भवती महिला से उपचार करवाया, जिससे उस महिला की हालत गंभीर हो गई। आनन-फानन में परिजन उसको फर्रूखाबाद ले गए। पीडिता के भाई ने कोतवाली अलीगंज में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है।थाना क्षेत्र के गांव गेवर असदुल्लापुर निवासी धर्मेन्द्र पुत्र राम सिंह की बहन दुर्गा जिसका विवाह जनपद कासगंज में हुआ था और वह गर्भवती थी। कुछ समय पूर्व वह अपने मायके आई थी। दुर्गा गर्भवती होने के कारण उसको प्रसव पीढा हुई।
इसके बाद गांव ही आशा कार्यकत्री मीनेश पत्नी रामरतन दुर्गा को उपचार के लिए अलीगंज के नवाबी रोड पर झोलछाप डाक्टर रेनू के यहां पर ले गई। रेनू तथा उसकी पुत्री प्रीती ने दुर्गा का उपचार किया और उसका गलत तरीके से गर्भपात कर दिया।गर्भपात के बाद उसकी हालत बिगडने लगी। हालत गंभीर देते हुए झोलाछाप ने दुर्गा को कहीं और दिखाने को कहा। इसके बाद वह दुर्गा को फर्रूखाबाद चिकित्सक के यहां ले गया, जहां पर चिकित्सकों ने बच्चेदाने तथा आंतों को फटना बताया। धर्मेन्द्र ने तहरीर देकर उक्त झोलाछाप रेनू तथा उसकी बेटी प्रीती तथा आशा मीनेश के विरूद्व कार्यवाही की गुहार लगाई है।
दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश