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चतरा। ‘नन्हा सा दिल’ प्रोजेक्ट को लेकर जिले वासियों में खुशी की लहर :श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल, कोल इंडिया लिमिटेड और झारखंड सरकार की संयुक्त पहल पर जन्मजात हृदय रोग (सीएचडी) की जांच के लिए ‘नन्हा सा दिल’ प्रोजेक्ट चतरा जिले में सफलता पूर्वक संचालित किए जा रहे है। बताते चले की जिले के इटखोरी, पथलगड्डा, मयूरहंड, गिधोर, प्रतापपुर, कुंडा, हंटरगंज और जोरी प्रखंडों में अब तक 8,300 से अधिक बच्चों की स्क्रीनिंग की गई है,
जिनमें से 100 से अधिक बच्चों में संभावित रूप से जन्मजात हृदय रोग (CHD) के लक्षण पाए गए हैं। उक्त मरीजों का सीएचडी की पुष्टि होने पर उनके संपूर्ण उपचार, ऑपरेशन, दवाई, भोजन एवं आवास का खर्च अस्पताल द्वारा पूर्णतः निशुल्क वहन किया जाएगा। श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल की मेडिकल टीम ने चतरा के उपायुक्त से मुलाकात कर परियोजना की प्रगति और भावी योजनाओं पर चर्चा की। उपायुक्त ने इस पहल को चतरा जिले के लिए
वरदान बताते हुए कहा, “यह परियोजना जन्मजात हृदय रोग से प्रभावित बच्चों की पहचान और उनके निशुल्क उपचार में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। जिला प्रशासन इस प्रयास को हर संभव सहयोग देगा।” परियोजना को सफल बनाने के लिए सदस्यीय मेडिकल टीम जिले के सबसे दुर्गम क्षेत्रों में जाकर स्क्रीनिंग कर रही है। यह टीम उन स्थानों तक पहुंच रही है, जहां स्वास्थ्य सेवाएं पहले कभी नहीं पहुंची थीं। साथ ही, टीम परिवारों को जन्मजात हृदय रोग के लक्षणों के बारे में जागरूक कर रही है, जिनमें शामिल हैं-
शरीर का नीलापन
– दूध पीते समय पसीना आना
– दूध पीने के बाद उल्टी होना
– वजन का सही समय पर न बढ़ना
– समय से पहले जन्म या बार-बार सर्दी-खांसी होना
– सांस लेने में कठिनाई या तेज धड़कन आदि।
गौरतलब हो की इस पहल में श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर गौरव दत्ता और उनकी टीम के अन्य सदस्य निरंजन, बाला साई, राधिका, रंजीता, प्रतिमा, ट्विंकल, अंजू, राखी और छोटू ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है,।
परियोजना टीम ने बताया कि समुदाय को जन्मजात हृदय रोग के लक्षणों और उपचार के महत्व के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। यदि किसी बच्चे में उपरोक्त लक्षण दिखाई दें, तो शीघ्र अस्पताल से संपर्क करें।
जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित किसी भी बच्चे के लिए अस्पताल द्वारा जारी किए गए दूरभाष संख्या 6299737695 पर संपर्क करें और अधिक जानकारी प्राप्त करें। चतरा निवासियों ने कहा यह पहल न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को विस्तार दे रही है, बल्कि बच्चों के उज्जवल और स्वस्थ भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम निभा रही है।