राम बिलास निषाद
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सोनभद्र। पिछले कई माह से आम उपभोक्ताओं की प्रतिदिन उपयोग में आने वाले खाद्य सामग्रियों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। सभी खाद्य सामग्रियां आम आदमी की पहुँच से बाहर होता जा रहा है।हरी साग- सब्जियां, लहसुन, प्याज़, टमाटर,आलू, गोभी ,बैंगन,हरी धनिया,हरी मिर्च आदि की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।यह कहना अतिश्योक्ति न होगा कि “जीना है तो खाना है”।
महंगाई की मार झेलना लोगों की मजबूरी बन चुकी है। एक नजर कुछ खास वस्तुओं की कीमतों को बताने का प्रयास करते हैं।अरहर दाल लगभग दो सौ रुपए,चावल चालीस रुपए, सरसों तेल एक सौ अस्सी रुपए, लहसुन दो सौ रुपए,प्याज साठ रुपए,आलू तीस रुपए, बैंगन , टमाटर साठ रुपए, इसी तरह कोई भी सब्जी तीस रुपए प्रति किलो से कम नहीं है। मौसमी फलों के दाम आसमान छू रहे हैं।
मजे की बात यह है कि आम आदमी के दिन चर्या में आवश्यक होती जा रही मोबाइल फोन के रिचार्ज की कीमतों में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अब कोई भी रिचार्ज तीन सौ रुपए प्रति अट्ठाईस दिन से कम नहीं है। ऐसे में जमाखोरों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है।
जिसके कारण आम जनता बुरी तरह प्रभावित है।लोग मौजूदा सरकार से जानना चाहते हैं कि वो अच्छे दिन कब आएंगे जो सन् २०१४के आम चुनाव में वादा किए गए थे। वैसे जो भी हो, एक ओर जहां जमखोर, माफिया, ठेकेदार, जनप्रतिनिधि नौकरशाह और राजनेता मस्त हैं वहीं,दूसरी ओर आम नागरिक हर तरह से त्रस्त हैं।