सुनील बाजपेई
कानपुर।आज यहां रविवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि शिक्षा जीवन को बेहतर बनाती है, और वही सही रास्ते पर ले जाती है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ यहां सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जो टैलेंट है वह गरीब, ग्रामीण इलाके में भी है। वहां भी जयपुरिया जैसी क्वालिटी की पहुंचने की जरूरत है।
अपील करते हुए उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि कॉर्पोरेट घराने बेहतर स्कूल खोले और शिक्षा में मदद करें। CSR फंड का प्रयोग करें ताकि हर वर्ग तक शिक्षा पहुंच सके। पहले अभिभावक सिर्फ मार्कशीट देखते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है।’
राष्ट्रगान से शुभारंभ किए गए इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने पिछले 10 सालों में कई ऐसे निर्णय लिए हैं जो हमारे देश के लिए काफी बेहतर है। पहले हम सपना देखते थे क्या भारत विकसित होगा? लेकिन अब यह सपना नहीं हम लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं।
अब शिक्षा डिग्री तक ही सीमित नहीं है, बल्कि संपूर्ण विकास के लिए है।
छात्रों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि आप उम्र के साथ-साथ ऐसा व्यवहार करें कि आपका ज्ञान खुद ही दिखाई देने लगे। माता-पिता के प्रति समर्पण की भावना रखें, गुरुजनों के सामने अनुशासन की भावना रखें और सोशल मीडिया से जितना हो सके उतना दूर रहे।
मन में एक जिज्ञासा रखें जो मन में है वही काम करें, सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने अभी कहा कि पहले शिक्षा के क्षेत्र में अभिभावक सिर्फ मार्कशीट देखते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है।
दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि समाज में जो विकार पहले हैं वह शिक्षा ही दूर कर सकती है। इसीलिए सभी व्यक्ति को शिक्षा का अधिकार दिया गया है। शिक्षा समय बदलने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि असफलता हार नहीं बल्कि हमारी पूंजी है। इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आज के बच्चों को नवाचार की ओर आगे बढ़ना चाहिए।