125 यूनिट बिजली मुफ्त देने का झुनझुना पकड़ा कर बिजली दरों में 7.66% की बढ़ोतरी करना सोरेन सरकार के दोहरे चरित्र को दर्शाता है-विजय शंकर नायक

रांची, 29 फरवरी 24

उपरोक्त बातें आज संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रभारी झारखंड छत्तीसगढ़ विजय शंकर नायक ने बिजली दरों में 7.66% की बढ़ोतरी किए जाने पर आज अपनी प्रतिक्रिया में उक्त बातें कही है । उन्होंने राज्य की सोरेन सरकार से तुरंत बिजली बढ़ोतरी को वापस लेने के मांग करते हुए हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार में इससे पूर्व भी जून 2023 को 6.50% बिजली बिल की बढ़ोतरी की गई थी अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो तो 2 वर्षों में 14.16% बिजली बिल में बुद्धि हुई है जो झारखंड की गरीब गुरबा आम जनता के हित में नहीं है।

श्री नायक ने आगे कहा की महागठबंधन की सरकार बिजली टैरिफ के नाम पर 2 वर्षों में आम जनता के जेब को काटने का कार्य कर रही है। आज विद्युत नियामक आयोग के इस फैसले के बाद राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को अब 5.80 रुपये के बजाय 6.30 रुपया प्रति यूनिट देना होगा. इसके अलावा 50 रुपया फिक्स्ड चार्ज के स्थान पर अब 75 रुपए भुगतान करने होंगे. इस तरह से 50 पैसा प्रति यूनिट जहां ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को अधिक देना होगा वहीं 25 रुपया फिक्स्ड चार्ज भी अधिक देने होंगे. इसी तरह से शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं को 6.30 रुपये प्रति यूनिट के स्थान पर अब 6.65 रुपये प्रति यूनिट देने होंगे. इस तरह से 35 पैसा प्रति यूनिट शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ता के बिजली दरों में वृद्धि की गई है. शहरी क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं को फिक्स चार्ज 100 रुपया में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है*।.एक तरफ दिन प्रतिदिन महंगाई की वृद्धि ने आम जनता को जीना मुहाल कर रखा है तो दुसरी तरफ बिजली बिल में भी वृद्धि होना आम जनता को आर्थिक संकटों से जूझना पड़ेगा और उनका जीवन बेहाल हो जायेगा ।
श्री नायक ने आगे कहा कि बिजली बिल बढ़ाना जनता के साथ नाइंसाफी है और फ्री बिजली देने के नाम पर सोरेन सरकार राज्य की जनता को छलने का कार्य कर रही है । इन्होंने यह भी कहा कि अगर वास्तव में सरकार राज्य की जनता को बिजली बिल से राहत देना चाहती है तो वह तुरंत बिजली बढ़ोतरी को वापस ले और 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त बिजली देने का कार्य करें ताकि झारखंड की गरीब गुरबा जनता का भला हो सके ।

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