…………कानपुर देहात ………..
अपने ही बच्चों के साथ शर्मनाक निर्दयता से उठा सवाल – मीसा और लालू मां-बाप या फिर राक्षस
– आज तीसरे दिन भी बच्चों के पास नहीं पहुंचे निशा और लालू ,यूनिसेफ की टीम कर रही बच्चों की देखभाल
– मासूम की उंगली को दीवार में रगड़ने सिर फोड़ने के बाद घर से गायब युवा दंपत्ति
सुनील बाजपेई
कानपुर | उन्होंने पहले अपने दोनों बच्चों को बुरी तरह से मारा पीटा । एक बच्चे की उंगली पकड़कर दीवाल में रगड़ी उसका सिर भी फोड़ा |
और उसके बाद रोते बिलखते और दर्द से कराटे दोनों मासूम बच्चों को छोड़कर चले गए आज गुरुवार को तीसरा दिन है
लेकिन अभी तक उन दोनों का कोई अता पता नहीं है इस मां-बाप द्वारा बच्चों के साथ निर्दयता पूर्ण व्यवहार की सूचना पर पहुंची यूनिसेफ की टीम अब दोनों बच्चों की देखभाल कर रही है ।
इस घटना ने देहात में अकबरपुर के सलावतपुर गांव को आपकल चर्चा का विषय बना रखा है|
मिली जानकारी के मुताबिक सलावतपुर गांव निवासी शिवशंकर उर्फ लालू के परिवार में पत्नी मीसा, बेटा लवकुश (5) और बेटी मुस्कान(7) है।
गांव वालों द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि बीती 14 मई को शिवशंकर शराब पीकर घर पहुंचा था। पत्नी ने विरोध किया तो दोनों बच्चों के साथ उसे भी बुरी तरह से पीट कर लहूलुहान कर दिया।
इसके बाद मीसा कहीं चली गई। कुछ देर बाद शिवशंकर भी घर में ताला डालकर भाग निकला।
इस दौरान दोनों बच्चों के बाहर खून से सने कपड़े में लहूलुहान हालत घर के बाहर बैठे रहे।
एक रात बच्चों ने घर बिना खाना पीना के बिताई। सुबह बच्चों को भूख लगी।
तब वह उन्हीं कपड़ों में गांव के प्राथमिक विद्यालय में पहुंचे। वहां के शिक्षिका ने खून से सने कपड़े उतार कर दूसरे कपड़े पहनाएं और खाना लिखाया।
छुट्टी होने के बाद दोनों फिर से घर पहुंचे, तो ताला पड़ा मिला। पूरा दिन बच्चे तेज धूप के बीच गांव में इधर-उधर घूमते दिखाई दिए।
इसके बाद रात होने पर गांव के पप्पू की नजर गई, तो वह बच्चों को अपने घर ले गए। दो दिन तक बच्चे वहीं रहें।
कल बुधवार दोपहर को जब बच्चे गांव में भूख से बिलखते नजर आए, तो लोगों की सूचना पर अकबरपुर सीएचसी के स्वास्थ्य कार्यकर्ता और यूनिसेफ टीम की सदस्य प्रिया शर्मा बच्चों को लेकर विद्यालय पहुंची। और उपचार के लिए दोनों बच्चों को
सीएचसी ले आई। वहां से डीएम नेहा जैन को मामले की सूचना दी।
उन्होंने दोनों बच्चों को बुलवाया और कार्रवाई के लिए एसडीएम अकबरपुर डॉ. पूनम गौतम को निर्देशित किया। एसडीएम ने टीम के माध्यम से बच्चों को कपड़े, चप्पले दिलवाकर और खाना खिलवाया।
इस दौरान दोनों बच्चों ने जो जानकारी दी उसके मुताबिक शराबी पिता शिव शंकर ने उंगली को दीवार में रगड़ा, सिर भी फोड़ा |
मतलब नशे की हालत में शिवशंकर ने मानवता की सारी हदों को पार कर दिया।
फिलहाल मां-बाप गौरव बच्चों के साथ यह अमानवीय घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं पुलिस का कहना है कि लिखित शिकायत पर कार्रवाई भी की जाएगी |