प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 17 सितंबर को पूरे भारत में 70 स्थानों पर लांच किया जाएगा जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिला भी शामिल है। इस अवसर पर सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री मत्स्य पालन, पशुपालन डेयरी मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एल मुरुगन शामिल होंगे।* उक्त कार्यक्रम की तैयारी को लेकर समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में उप विकास आयुक्त मनीष कुमार के अध्यक्षता में बैठक की गयी। अपर उपायुक्त जयदीप तिग्गा, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र शिव कुमार, डीसीएलआर रविन्द्र गागराई, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी किशोर प्रसाद, एलडीएम संतोष कुमार एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में जिला के सभी प्रखंडों से शिल्पकारों की भागीदारी सुनिश्चित कराने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया गया। केंद्र सरकार द्वारा कारीगरों और श्रमिकों को प्रोत्साहन देने के लिए 17 सितंबर को पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की जाएगी।
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर, द्वारका में इस योजना का शुभारंभ करेंगे। योजना के तहत लाभार्थियों को रियायती ब्याज दर पर कोलेटरल फ्री कारोबार विकास लोन के अलावा, ई-वाउचर या ईआरयूपीआई के माध्यम से टूलकिट प्रोत्साहन के रूप में सभी को 15 हजार रुपये मिलेंगे। इसके अलावा, कारीगरों को हर महीने अधिकतम 100 ट्रांजेक्शन के लिए हर ट्रांजेक्शन पर 1 रुपये का प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।
क्या है विश्वकर्मा योजना
कारोबार को शुरू करने और उसे विस्तार करने के लिए यह योजना 1 लाख लोन पहले चरण में देती है। वहीं दूसरे चरण के दौरान कामगारों को यह योजना 2 लाख तक का रियायती लोन प्रोवाइड कराता है। इस योजना के तहत 18 तरह के कामगारों को शामिल किया गया है।
किन लोगों को मिलेगा इसका लाभ
केंद्र सरकार की इस योजना से लोहार, कुम्हार, राज मिस्त्री, धोबी, फूलों का काम करने वाले, मछली का जाल बुनने वाले, ताला-चाबी बनाने वाले, मूर्तिकार आदि को लाभ दिया जाएगा। साथ ही कुछ अन्य क्षेत्र के श्रमिकों को भी इसका लाभ दिया जाएगा।
कैसे मिलेगी आर्थिक मदद
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पहले चरण में एक लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा। इसपर ब्याज की दर ज्यादा से ज्यादा 5 फीसदी होगी। उसके बाद दूसरे चरण में योग्य कामगारों को 2-2 लाख रुपये का रियायती कर्ज दिया जाएगा। साथ ही इन कारीगरों और शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र भी दिए जाएंगे। वहीं आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए 15 हजार रुपये की मदद भी दी जाएगी।
लाभ पाने के लिए शर्त
कामगारों के लिए सरकार ने इस योजना के तहत पांच साल की अवधि के लिए 13,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस योजना के तहत न्यूनतम आयु 18 साल रखी गई है। परिवार के एक ही सदस्य को इस योजना का लाभ मिलेगा। आवेदन करने वालों को स्व-घोषणा पत्र भी देना होगा।
विशेष संवाददाता धनंजय कुमार (7857826506) की रिपोर्ट।