पटना, भारत के वैज्ञानिकों के द्वारा 14 जुलाई 2023 को चंद्रयान – 3 का प्रक्षेपण किया गया था। चंद्रमा एवं चंद्रयान प्रक्षेपण से संबंधित विभिन्न तथ्यों को छात्र-छात्राओं के मन – मस्तिष्क में बैठाने के उद्देश्य से राजकीयकृत उर्दू मध्य विद्यालय नरकट घाट, गुलजारबाग, पटना में स्नातक विज्ञान शिक्षक सूर्य कान्त गुप्ता के के द्वारा चंद्रयान – 3 के प्रक्षेपण की पहली वर्षगांठ पर कार्यक्रम आयोजित की गई।
छात्र-छात्राओं को सूर्य कांत गुप्ता ने वर्ग – 6 के भूगोल की पाठ्य पुस्तक – हमारी दुनिया के अध्याय – 1 के पाठ ‘हमारा सौरमंडल’ की इकाई ‘उपग्रह की सैर’ एवं वर्ग – 7 की राष्ट्रभाषा के अध्याय – 4 के रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखित पाठ ‘चांद का कुर्ता’ को चंद्रयान – 3 के प्रक्षेपण से जोड़ते हुए पाठ को समझाया तथा चंद्रयान – 3 के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि हरिकोटा अवस्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से इसरो के द्वारा एम बी एम 3 एम 4 रॉकेट के द्वारा चंद्रयान – 3 को प्रक्षेपित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करना, चंद्रमा की सतह कही जाने वाली रेजोलिथ पर लैंडर को उतारना और घुमाना तथा लैंडर और रोवर्स से चंद्रमा की सतह पर शोध करना था। इसमें भारत सफल रहा।
कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षक सरफुद्दीन नूरी, विद्या झा, अजीज फातिमा, तालिमी मरकज सदस्या रेशमा खातून ने भी छात्र-छात्राओं को चंद्रमा एवं चंद्रयान के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के प्रधानाध्यापक एस इब्तेशाम हुसैन काशिफ ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।