– उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने दर्ज कराया चकेरी में मुकदमा,एक पीएससी तो दूसरा नागरिक पुलिस में सिपाही
सुनील बाजपेई
कानपुर। यहां फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर पुलिस विभाग में नौकरी करने का संस्कृत मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में दो सिपाहियों पर चकेरी थाने में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर दोनों सिपाहियों के खिलाफ यह मुकदमा लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के डिप्टी एसपी सैयद मोहम्मद असगर ने दर्ज कराया है। जिसके बाद सिपाहियों और पुलिस दीवानों में हड़कंप मचा हुआ है।
तहरीर के अनुसार अक्टूबर 2018 में विभाग द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस और आरक्षी प्रादेशिक कॉन्सटेबुलरी के पदों पर भर्ती हुई थी जिसमें न्यू आजाद नगर चकेरी निवासी अमन कुमार और अमित कुमार भी शामिल थे। अमन कुमार नागरिक पुलिस और अमित कुमार पीएसी में चयनित हुए थे। वर्तमान में अमन कुमार कौशाम्बी और अमित कुमार 37वीं वाहिनी पीएसी में कार्यरत हैं।
पुलिस के अनुसार इस मामले में कुछ समय पूर्व फतेहपुर निवासी नरेंद्र कुमार उर्फ बाबा विभाग को दोनों के फर्जीवाड़े की शिकायत कराई थी। जिसपर कौशाम्बी एसपी और पुलिस कमिश्नर को जांच कराने का आदेश दिया गया। नवम्बर 2022 में दोनों की रिपोर्ट विभाग के पास पहुंची, जिसके अनुसार दोनों ने नौकरी के लिए अनुसूचित जनजाति का फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हासिल की थी। वहीं, जब जाति प्रमाण पत्रों की जांच कराई, तो वो फर्जी निकले। जिसके आधार पर ही यहां की चकेरी थाने में दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है |