श्री सत्य साई संजीवनी अस्पतालों ने रचा 30,000 पूर्णतः निःशुल्क बाल हृदय शल्य चिकित्सा एवं कैथ इंटरवेंसन पूरे करने का कीर्तिमान। बताते चले की अस्पताल की पूरी व्यवस्था निःशुल्क होने के बावजूद; अस्पताल के अंदर जाते ही आपको एक स्लोगन मिलेगा
Love all Serve all जिसका अर्थ होता है सभी को प्यार करें – सभी की सेवा करें जिसे पढ़ने के बाद आपको और सुकून मिलेगा। गौरतलब हो कि 23 नवंबर 2012 को नया रायपुर छत्तीसगढ़ में पहला संजीवनी केंद्र खोला गया। प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन डॉ. संपत कुमार द्वारा रायपुर, छत्तीसगढ़ की लड़की सुश्री कीर्ति वर्मा का पहली एएसडी बंद करने वाली सर्जरी किया गया।
आज हिन्दू नव वर्ष व नवरात्री के पहले दिन कीर्ति वर्मा ने कैथ इंटरवेंशन माध्यमसे सर्जरी हुई आजमगढ़, उत्तर प्रदेश की 7 वर्षीय सोनाली विश्वकर्मा को जीवन का उपहार डॉ. रमन सिंह पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ सह छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष की उपस्थिति में प्रदान किया गया। उक्त अवसर पर अध्यक्ष डॉ सि श्रीनिवास के नेतृत्व में श्री सत्य साई संजीवनी टीम उपस्थित थी। मौके पर डॉ. रमन सिंह ने कहा, ” 30,000 सर्जरी एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। दुनिया में श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल जैसा कोई अन्य अस्पताल नहीं होगा जो पूरी तरह से निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण बाल हृदय संबंधी सेवाएं प्रदान करता हो। सत्य साई संजीवनी अस्पताल एक आधुनिक मंदिर है और इसे छत्तीसगढ़ राज्य की 5 सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने कहा मैं भाग्यशाली हूं कि ऐसी अनूठी पहल से जुड़ा हूं। शायद, भगवान सत्य साई बाबा ने मुझे छत्तीसगढ़ में अपने मिशन के लिए एक साधन/माध्यम के रूप में चुना।
जल है तो कल है। बिजली है तो उजाला है।। संरक्षण करें
जुलाई 2011 में उनकी पहली छत्तीसगढ़ यात्रा और डॉ. रमन सिंह के साथ मुलाकात को याद करते हुए; डॉ. श्रीनिवास ने कहा कि 30,000 सर्जरी उनके लिए बेहद संतुष्टि की बात है।
उन्होंने इस अद्भुत उपलब्धि का श्रेय श्री सत्य साई स्वास्थ्य एवं शिक्षा ट्रस्ट के ट्रस्टियों, श्री सत्यसाई संजीवनी परिवार के समस्त सदस्यों और सबसे महत्वपूर्ण रूप से उन मरीजों के माता-पिता को दिया, जो अस्पतालों में अटूट आस्था और विश्वास के साथ आये।
अंत में डॉ. श्रीनिवास ने यह कहा कि हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है क्योंकि हमारा आदर्श वाक्य है ‘अपहुँच इलाकों में पहुँच कर असेवित लोगों की सेवा करना’।