मानव वन्य जीव संघर्ष से प्रभावित क्षेत्र का मुख्यमंत्री ने किया भ्रमण

मानव वन्यजीव संघर्ष निवारण के लिए उच्चाधिकारियों के साथ की बैठक
मानव वन्यजीव संघर्ष से प्रभावित परिजनों से की भेंट

बहराइच 15 सितम्बर। जनपद बहराइच की तहसील महसी अन्तर्गत मानव वन्य जीव संघर्ष के दौरान जनहानि तथा घायल होने वाले प्रभावित परिवारों के साथ ग्राम सिसैय्या चूरामणि में आयोजित भेंटवार्ता कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि घाघरा नदी के कछारी क्षेत्रों में हिंसक वन्यजीवों के हमलों की घटनाओं से वे स्वयं व्यक्तिगत रूप से अत्यन्त दुखी हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि घटना की सूचना प्राप्त होने पर उन्होंने वन विभाग के मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्र के भ्रमण के लिए भेजा तथा वन विभाग के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि विभागीय टीम के साथ प्रभावित क्षेत्र में जाकर रेस्क्यू आपरेशन संचालित कराएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में संचालित किये जा रहे रेस्क्यू आपरेशन के दौरान अब तक 05 भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है। उन्होंने आशा व्यक्त की अधिकारियों की टीम शेष भेड़ियों को शीघ्र ही पकड़ लेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के जनपद जहां पर जल जमाव जैसी स्थिति उत्पन्न होती है वहां अक्सर वन्य जीवों के हमले देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि बहराइच में हुए हमलों के ग्राफ से पता चलता है कि इनका दायरा लगभग 25 कि.मी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 01 सितम्बर के बाद से अब तक कोई जनहानि नहीं हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में वन विभाग की टीमें 04 ड्रोन कैमरों के साथ निगरानी कर रही हैं। जिले में समस्या के समाधान के लिए जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन, वन अन्य विभागों द्वारा बेहतर समन्वय के साथ कार्य किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा मानव वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित किया गया है। जिसके अन्तर्गत जनहानि पर रू. 05 लाख तथा नियमानुसार अहैतुक प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलों में घायल हुए लोगों को एण्टी रैबीज वेनम का इन्जेक्शन लगाने की भी व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में हिंसक वन्य जीव संघर्ष के दौरान लोग सुरक्षित रहे इसके लिए पात्र व्यक्तियों के दरवाजा विहीन आवासों में दरवाजें लगाये गये है, प्रकाश की व्यवस्था हेतु सोलर लाईट लगायी गई हैं। प्रभावित क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था को दुरूस्त किया गया है। जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है अभियान संचालित कर आवासविहीन पात्र लोगों को आवास के साथ आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड व अन्य शासकीय योजनाओं से भी लाभान्वित किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके द्वारा पूरे क्षेत्र का हवाई सर्वे भी किया गया है। उन्होंने कहा कि मान वन्य जीव संघर्ष की समस्या का समाधान होने तक प्रभावित में टीमें तैनात रहेंगी।

मुख्यमंत्री जी ने वन राज्य मंत्री डॉ. अरूण कुमार व के.पी. मलिक तथा जनप्रतिनिधियों जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मंजू सिंह, सांसद बहराइच आनन्द कुमार, एम.एल.सी. पदमसेन चौधरी व डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी, विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, पयागपुर के सुभाष त्रिपाठी, बलहा की सरोज सोनकर, सदर की अनुपमा जायसवाल, नानपारा के राम निवास वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष बृजेश पाण्डेय की मौजूदगी में अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य विभागाध्यक्ष सुधीर कुमार, प्रधान मंख्य संरक्षक वन्यजीव संजय कुमार श्रीवास्तव, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार व रेनू, मुख्य वन संरक्षण एच.बी. गिरी, वन संरक्षक देवीपाटन मण्डल मनोज सोनकर, ए.आई.जी. गोरखपुर रेन्ज के.एस. प्रताप कुमार, मण्डलायुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील, जिलाधिकारी मोनिका रानी, पुलिस अधीक्षक बृन्दा शुक्ला, सीडीओ मुकेश चन्द्र, डीएफओ अजीत प्रताप सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मानव वन्यजीव संघर्ष निवारण की समीक्षा करते हुए अब तक की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने मंत्री द्वय व जनप्रतिनिधियों के साथ ग्राम मक्कापुरवा के 01 वर्षीय मृतक अख्तर रज़ा पुत्र अली अहमद, नकवा की 02 वर्षीय मृतक कु. प्रतिभा पुत्री राकेश कुमार, कोलैला के 08 वर्षीय मृतक किशन पुत्र सिद्धू, सिंगियानसीरपुर की 02 वर्षीय मृतक कु. संध्या पुत्री प्रमोद कुमार, भटौली की 08 वर्षीय मृतक कु. खुशबू पुत्री राजेश, कुम्हारनपुर की 45 वर्षीय मृतक रीता देवी पत्नी राम नरेश, दीवानपुरवा के 05 वर्षीय मृतक अयांश पुत्र संजय पासवान व नव्वनगरेठी की ढाई वर्षीय मृतक कु. अंजली पुत्री कमल के परिजनो से भेंट कर कुशलक्षेम पूछते हुए कहा कि प्रदेश सरकार प्रभावित परिवारों के साथ है। पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जायेगी।

इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने मानव वन्यजीव संघर्ष में घायल हुए व्यक्तियों के परिजनों ग्राम बड़रिया की कु. शमा पुत्री इकबाल, रहीसा पत्नी नन्कू व अब्दुल कादिर पुत्र अहरू, नथुवापुर के फकीरे पुत्र शिव प्रसाद व सम्पत देवी पत्नी राजू, बग्गर की मखाना पत्नी महादेव व कु. सोनम पुत्री हनीफ, भिट्टा की सलूना पत्नी भुरूऊ, महसी की कुत्र पूनम पुत्री रामू, नकही की कु. पल्लवी पुत्री सिपाही, जंगललपुरवा की कु. मानसी पुत्री विनोद, पूरेप्रसाद की भोगादेवी पत्नी बृजलाल, छत्तरपुर के वंश पाठक पुत्र पुत्र सतीश कुमार व हरियाली पुत्र राम सूरत, बरूही बड़ा की शिवानी पुत्री चिन्ताराम, नकाही के पारस पुत्र सकटू, मैकूपुरवा के कुन्नीलाल पुत्र रंगीलाल, बाराबीघा कोटिया की कमला पत्नी मोहन लाल, पिपरीमोहन की सुमन पत्नी राम लगन व गिरधरपुर की कु. अफसाना पुत्री अनवर के परिजनो से भेंट कर कुशलक्षेम पूछते हुए सभी परिजनों को अंगवस्त्र, फल व मिष्ठान किट भेंट किया तथा परिजनों के साथ आये बच्चों को गोद में उठाकर प्यार किया तथा चाकलेट भी दिया।

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