“गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु र्गुरुर्देवो महेश्वरः” गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर जमशेदपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में भव्य रुप से भजन कीर्तन कर प्रसाद वितरण किया गया।
बताते चलें कि इस भजन कीर्तन में ट्रस्ट के ऑफिसर रवी किरण श्रीपदा, टी भी सुब्बाराव, श्रीधर राजू एवं श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल के समस्त सदस्य के साथ वहां उपस्थित ओपीडी-आईपीडी के मरीज भी शामिल हुए।
सुनने में बड़ा अद्भुत लगता है कि अस्पताल में भजन कीर्तन; जी हां; सत्य है। संजीवनी अस्पताल को अस्पताल सह मंदिर माना जाता है। यहां प्रत्येक गुरुवार को गुरु सह भगवान श्री सत्य साईं का पूजन भजन किया जाता है।
अस्पताल के टीभी सुब्बाराव ने बताया कि श्री सत्य साईं के अपरंपार कृपा से यहां मरीजों का निःशुल्क इलाज के साथ दवा व दुआ भी मिलता है।
गुरु के लिए पावन पर्व (गुरु पर्व) को लेकर उन्होंने कहा की; हम सबों को श्री सत्य साईं बाबा गुरु के रूप में मार्गदर्शन करते आए हैं जो कि हमारे गुरु रूपी भगवान हैं हमारे गुरु रूपी भगवान ने एक स्लोगन दिया है “लव ऑल- सर्व ऑल” हम इसी तर्ज पर काम करते हैं और भगवान श्री सत्य साईं हर परिस्थिति में हम सब के साथ है आज इस अवसर पर वीडियो के माध्यम से अपने गुरु रूपी भगवान का दर्शन किए।
चारों तरफ भव्य वातावरण का समा बंध गया। कहा जाता है कि आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन ही महर्षि वेद व्यास का आज से करीब 3000 वर्ष पूर्व जन्म हुआ था।
मान्यता है कि उनके जन्म पर ही गुरु पूर्णिमा जैसे महान पर्व मनाने की परंपरा को शुरू किया गया। गुरु पूर्णिमा महोत्सव पूरी तरह से महर्षि वेदव्यास को समर्पित है। हिंदी पंचांग के अनुसार, हर साल आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है।
गुरु को भगवान से ऊंचा दर्ज दिया गया है क्योंकि वह हमें इस संसार में जीने के तरीके और अंधकार से प्रकाश तक ले जाना का रास्ता दिखाते हैं। आषाढ़ की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा कहा जाता है। इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। वहीं जमशेदपुर में अनेक स्थानों पर इस पावन पर्व को मनाया गया।
विशेष संवाददाता धनंजय कुमार (7857826506) की रिपोर्ट।