आनन्द तिवारी/नवयुग समाचार
बिल्हौर/कानपुर: बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के ग्राम कबीरपुर खंभौली निवासी स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अपने दो अन्य साथियों के साथ गंगा स्नान करने नानामऊ घाट आए थे। जहां कानपुर नगर के बिल्हौर थाना क्षेत्र स्थित नानामऊ घाट पर स्नान करते समय वह अचानक गहरे पानी में चले गए। उनके साथियों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की। किंतु वह पलक झपकते ही गंगा की तेज धारा में विलीन हो गए। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया। वह विहार कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और मुख्यमंत्री के निजी सचिव के चचेरे भाई हैं। उनकी खोज के लिए एनडीआरएफ टीम बुलाई गई है।
ग्राम कबीरपुर खंभौली निवासी रमेश चंद्र सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर हैं और वह मौजूदा समय में लखनऊ के मोहल्ला अलीगंज में मकान बनाकर रह रहे हैं। उसका इकलौता पुत्र आदित्य वर्धन गौरव 44 वर्ष बनारस में स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर हैं।
डिप्टी डायरेक्टर श्री गौरव आज शनिवार को लखनऊ के ही निवासी योगेश्वर मिश्र और प्रदीप तिवारी सहित तीन मित्रों के साथ अपनी कार से गंगा स्नान करने आए थे। उनका इरादा गंगा स्नान करने के बाद अपने पैतृक गांव कबीरपुर खंभौली जाना था। चारों लोग कानपुर नगर के बिल्हौर थाना क्षेत्र स्थित नानामऊ घाट पर गंगा स्नान करने लगे।
स्नान करते समय अचानक उसका पैर फिसल गया। अन्य तीनों साथियों ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया। किंतु वह सफल नहीं हो सके और पल भर में ही डिप्टी डायरेक्टर श्री गौरव गंगा की तेज धारा में विलीन हो गए। सूचना मिलते ही उनके पैतृक गांव के परिजनों में चीख-पुकार मच गई और तमाम परिजन आनन-फानन गंगा तट पर जा पहुंचे। सूचना पर पहुंची बिल्हौर पुलिस स्थानीय गोताखोरों को नदी के गहरे पानी में उतारकर उनकी खोज करने में जुटी है। गंगा में डूबे डिप्टी डायरेक्टर के परिजनों द्वारा कानपुर नगर के कमिश्नर को फोन कर एनडीआरएफ की टीम बनाई गई है। टीम स्टीमर के जरिए डूबे डिप्टी डायरेक्टर की खोज करने में जुटी है।
गंगा नदी के गहरे पानी में डूबते-उतराते समय आदित्य वर्धन गौरव ने अपने दोनों हाथों को पानी के ऊपर उठाकर बचाने की गुहार भी लगाई। तभी साथी प्रदीप कुमार तिवारी ने घाट पर ही नाव के ऊपर मौजूद मल्लाह शैलेश कश्यप निवासी ग्राम नानामऊ से डूब रहे डिप्टी डायरेक्टर को बचाने की याचना की।
इसपर मल्लाह ने दस हजार रुपए तुरंत उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करने की मांग की। प्रदीप तिवारी ने 10 हजार रुपए मल्लाह के खाते में स्थानांतरित भी कर दिए। किंतु तब तक बहुत देर हो चुकी थी और आदित्य वर्धन गंगा नदी की तेज धारा में विलीन हो चुका था।
बाद में मल्लाह शैलेश कश्यप अपनी नाव गंगा तट पर ही छोड़ कर घटनास्थल से भाग निकला।
गंगा नदी में डूबे डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव के पिता सेवा निवृत्त अभियंता रमेश चंद्र की पुत्री गुड़िया वर्तमान में आस्ट्रेलिया में उच्च पद पर तैनात है। वह कुछ दिनों पूर्व अपनी पुत्री से मिलने आस्ट्रेलिया गए थे। गांव के परिजनों द्वारा घटना की सूचना देने वह बिलख-बिलख कर रोने लगे। सूचना मिलते ही हवाई जहाज से पिता रमेश चंद्र यहां के लिए रवाना हो चुके हैं।
गंगा में डूबे डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव की पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में न्यायाधीश के पद पर तैनात हैं। घटना की सूचना मिलते ही वह भी घटनास्थल पर पहुंचने के लिए चल चुकी हैं।
आदित्य वर्धन गौरव के संगे चाचा शिवकुमार कन्नौजिया के पुत्र अनुपम सिंह विहार प्रांत में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और वह पटना सहित करीब एक दर्जन जिलों में जिलाधिकारी सहित कई उच्च पदों पर तैनात रहे हैं। वर्तमान समय में वह विहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निजी सचिव हैं। श्री कन्नौजिया की पुत्री नोएडा में वरिष्ठ चिकित्सक है। वह अपने घुटने के आपरेशन के लिए नोएडा में हैं। घटना की सूचना मिलते ही वह भी नोएडा से चल दिए हैं।
परिवार के ही चाचा सेवानिवृत्त शिक्षक सतेंद्र सिंह के पुत्र पीपीएस अफसर योगेंद्र सिंह नीरज वर्तमान समय में गोरखपुर शहर अंतर्गत गुरु गोरखनाथ मंदिर सर्किल के पुलिस उपाधीक्षक हैं। परिजनों द्वारा घटना की सूचना मिलते ही श्रीं नीरज भी गोरखपुर से घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं।
बिल्हौर एसीपी अजय त्रिवेदी के अनुसार गंगा नदी में डूबे युवक की स्थानीय गोताखोरों से तलास कराई जा रही है तथा एनडीआरएफ की टीम भी तलास कर रही है मौके पर परिजन भी पहुंच गए हैं।