सुधा प्रवाह फाउंडेशन ने धूमधाम से मनाई एनिवर्सरी
सुधा शर्मा ने निःशुल्क प्रशिक्षण से बदली महिलाओं की जिंदगी
सुनील चिंचोलकर
बिलासपुर,छत्तीसगढ़। महिला सशक्तिकरण सहायता फाउंडेशन सुधा प्रवाह ने अपनी पहली वर्षगांठ रायपुर रोड स्थित होटल में धूमधाम से मनाई। इस अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल थे। एडिशनल एसपी अर्चना झा, हमीदा सिद्दीकी व रोटरी क्लब के पदाधिकारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर विधायक अमर अग्रवाल ने कहा कि समाजसेवी संस्थाओं की जिम्मेदारी है कि वह लोगों के उत्थान के लिए काम करे क्योंकि सरकारी योजनाएँ तो सरकार के हिसाब से चलती हैं।
एक अरसे से समाजसेवी संस्थाएं लोगों की सेवा करती आ रही हैं। धीरे धीरे इसका स्वरूप बदलता गया कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना से हुई तथा महिला सशक्तिकरण के वर्षभर के कार्यों को प्रोजेक्टर पर प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्वेता सिंह ने किया।
समाजसेवी सुधा शर्मा वर्षों से महिलाओं को सिलाई, मेहंदी, केक मेकिंग, टोकरी बनाना व झाडू निर्माण जैसे व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी है। उन्होंने बताया कि कई महिलाएं हुनरमंद होते हुए भी उचित मार्गदर्शन व प्लेटफॉर्म की कमी से सीमित रहती थीं। इसी सोच के साथ उन्होंने निःशुल्क प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन शुरू किया, जिससे दर्जनों महिलाएं आज अपने रोजगार से परिवार का सहारा बन चुकी हैं।
सुधा शर्मा का कहना है, “हम सिर्फ व्यावसायिक कला ही नहीं सिखाते, बल्कि आत्मविश्वास और स्वाभिमान की ताकत भी देते हैं।
हमारा लक्ष्य है हर महिला को अपने पैरों पर खड़ा करना।”
वर्ष भर की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करते हुए सुधा प्रवाह महिला सशक्तिकरण फाउंडेशन ने कई जिलों में प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना भी बनाई है। सुधा शर्मा के अथक प्रयासों और नि:स्वार्थ सेवा के लिए समाज के कई संस्थानों ने उन्हें सराहा है। फिर भी पिछले तीन वर्षों से सरकारी सहायता के अभाव में ये कार्य स्वयं के साधनों से किए जा रहे हैं।
सुधा शर्मा का यह संकल्प समाज के कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन चुका है, जो हर दिन नए आयाम छू रही हैं। सचमुच, सुधा शर्मा जैसे समाजसेवी महिला सशक्तिकरण का सशक्त उदाहरण बनकर उज्जवल भविष्य की ओर प्रेरित कर रही हैं।